- बिहार की सियासत में पवन सिंह की बीजेपी में वापसी के बाद भोजपुर, रोहतास, भभुआ, बक्सर और औरंगाबाद में हलचल है
- पवन सिंह की मां विधानसभा चुनाव में काराकाट सीट से चुनाव लड़ सकती हैं, हालांकि अभी तक कोई घोषणा नहीं हुई है
- पवन सिंह ने लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था जिससे एनडीए को नुकसान हुआ था
बिहार की सियासत तेजी से बदल रही है. पवन सिंह ने विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले एक बार फिर से बीजेपी में वापसी की है. अब चर्चा है कि पवन सिंह की मां चुनाव में उतर सकती हैं. सूत्रों के मुताबिक, पवन सिंह की मां राजनीति में सक्रिय हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव में वो काराकाट सीट से चुनाव लड़ सकती हैं. वहीं दूसरी तरफ, पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह और प्रशांत किशोर (PK) के बीच भी मुलाकात हुई है. इस मुलाकात और राजनीतिक संभावनाओं को लेकर भी सोशल मीडिया पर कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि पीके और ज्योति सिंह ने चुनाव लड़ने के किसी भी संभावना से इनकार किया है.
पवन सिंह ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि उन्होंने मां से वादा किया था चुनाव लड़ने का इस कारण ही निर्दलीय चुनाव लड़ रहा् हूं. यही बयान अब फिर सुर्खियों में है, क्योंकि लोग मान रहे हैं कि पवन सिंह की मां इस चुनाव में मैदान में उतर सकती हैं. हाल ही में पवन सिंह ने ऐलान किया था कि वो विधानसभा चुनाव में स्वयं उम्मीदवार नहीं होंगे. हालांकि अब चर्चा है कि उनकी मां चुनाव में उतर सकती हैं. जिसे लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिल रहा है.
पवन सिंह की बीजेपी में वापसी के बाद मची थी हलचल
दरअसल बीते दिनों जब पवन सिंह की बीजेपी में वापसी हुई तब से भोजपुर, रोहतास, भभुआ, बक्सर और औरंगाबाद जिले की राजनीति में खलबली मच गई है. ये पवन सिंह के फैंसबेस वाले जिले हैं. यहां उन्हें चाहने वाले लोगों की संख्या काफी अधिक है. लोकसभा चुनाव 2024 में पवन सिंह इसी इलाके के काराकाट सीट से 274723 वोट लाकर दूसरे नंबर पर रहे थे.
पवन सिंह के कारण उपेंद्र कुशवाहा को हार का मुंह देखना पड़ा था
यहां से पवन के लड़ने के कारण ही उपेंद्र कुशवाहा जैसे दिग्गज नेता को हार का सामना करना पड़ा था. लोकसभा चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा एनडीए के उम्मीदवार थे. इसलिए बीते दिनों जब पवन सिंह की बीजेपी में वापसी हुई तो सबसे पहले उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा से मिलकर गिले-शिकवे दूर किए.