बबुआ तू कहां चला गया रे... नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ में 12 साल के नीरज की भी हुई मौत, परिजनों की ये पीड़ा तो देखिए जरा

नीरज के माता-पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और इस वजह से उसके बड़े पापा उसे दिल्ली में पढ़ाने के लिए लेकर आए थे. घटना की जानकारी मिलने के बाद गांव के लोग एवं स्थानीय विधायक मृतक के घर पर परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे हैं.

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नीरज के गांव में मातम का माहौल, मां का रो-रो कर हुआ बुरा हाल.
पटना:

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात को हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में बिहार के 9 लोग शामिल हैं. मरने वालों में वैशाली से चार जबकि समस्तीपुर से पांच लोग शामिल हैं. इस घटना में वैशाली के पातेपुर निवासी संजीत पासवान ने अपने 12 वर्षीय बेटे नीरज को खो दिया है. नीरज की मौत की खबर जब उसके गांव तक पहुंची तो मानों परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. नीरज की मां का अब रो-रोकर बुरा हाल है. वो रोते बिलखते अपने लल्ला को याद कर रही. वो कह रही हैं कि बबुआ तू कहां चला गया रे... अब कैसे जिएंगे तुम्हारे बगैर. हम तो दिल्ली पढ़ने ना भेजे थे... अब  मेरे पास कैसे वापस आएगा रे तू . 

नीरज की मां का रो-रो कर बुरा हाल

जानकारी के मुताबिक नीरज के माता-पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और इस वजह से उसके बड़े पापा उसे दिल्ली में पढ़ाने के लिए लेकर आए थे. घटना की जानकारी मिलने के बाद गांव के लोग एवं स्थानीय विधायक मृतक के घर पर परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे हैं. इधर नीरज की मां का रो-रोकर बुरा हाल है. 

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3 महीने पहले ही नीरज को भेजा था दिल्ली

नीरज के पिता ने कहा कि बड़े भाई की कोई संतान नहीं थी इसलिए वह नीरज को दिल्ली पढ़ाने के लिए लेकर गए थे. यहां गांव में मेरे पास पढ़ाने के लिए अभी अच्छी व्यवस्था नहीं हैं इसलिए अभी तीन महीना पहले ही नीरज दिल्ली गया था. नीरज के बड़े पापा अमरजीत पासवान दिल्ली में मजदूरी का काम करते हैं और करीब आस पास के 10 लोग एक साथ दिल्ली से लौट रहे थे कि ये हादसा हो गया.

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हादसे की क्या वजह?

  • पहली वजह- भीड़ कंट्रोल मैनेजमेंट पूरी तरह फेल दिखाई दिया, भीड़ काबू करने के लिए कोई इंतजाम नहीं थे.
  • दूसरी वजह- लोग फुट ओवर ब्रिज की सीढ़ियों से उतर रहे थे, एक यात्री का पैर फिसला और फिर हादसा हुआ. 
  • तीसरी वजह- मगध एक्सप्रेस और संपर्क क्रांति पहले से खड़ी थीं, इन दोनों ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफॉर्म पर मौजूद थे. 
  • चौथी वजह- 2 वीकेंड से कुंभ जाने वालों की भीड़ हो रही थी, शाम 7 बजे से भीड़ बढ़ने लगी, ध्यान नहीं दिया. 
  • पांचवीं वजह- जनरल टिकट के 1000 से ज़्यादा टिकट दे दिए गए, प्रयागराज के जनरल और वेटिंग के टिकट दिए गए. 

बताया जा रहा है कि नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन पर भगदड़ की शुरुआत 14 और 15 नंबर प्‍लेटफॉर्म के लिए आने वाली सीढ़ियों पर एक शख्‍स के पैर फिसलने से भगदड़ मची. इसके बाद कई लोगों इस भगदड़ की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई. साथ ही उन्‍होंने कहा कि हादसे पर उच्‍च स्‍तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. हादसे की जांच के लिए 2 सदस्यीय कमेटी गठित की गई है. रेलवे अफसर नरसिंह देव, पंकज गंगवार इस मामले की जांच करेंगे. इस मामले की CCTV सुरक्षित रखने का आदेश दिया गया है.  हालांकि, कई सवाल अब भी ऐसे हैं, जिनके जवाब नहीं मिल पाए हैं? क्‍या सिर्फ एक शख्‍स का पैर फिसलने से इतना बड़ा हादसा संभव है? रेलवे स्‍टेशन पर एकाएक लोग इधर से उधर क्‍यों भागने लगे थे? 

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