- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की RSS को बैन करने की मांग को खारिज कर दिया.
- शाह ने कहा कि RSS दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है जो करोड़ों युवाओं को देश सेवा की प्रेरणा देता है.
- उन्होंने आरएसएस से निकले दो प्रधानमंत्रियों का उदाहरण देते हुए संगठन के योगदान की सराहना की.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने NDTV 'पावर प्ले' के मंच से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की आरएसएस को बैन करने की मांग को सिरे से खारिज करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है. शाह ने खरगे की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी यह मांग कभी पूरी नहीं होगी और जनता इसका जवाब बिहार चुनाव में देगी. शाह ने आरएसएस के योगदान को बताते हुए कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है. शाह ने कहा कि आरएसएस राष्ट्रभक्त संगठन है, जिसने करोड़ों युवाओं को देश सेवा की प्रेरणा दी है.
मल्लिकार्जुन खरगे के आरएसएस को बैन करने की मांग को लेकर पूछे गए सवाल पर शाह ने कहा, "उन्होंने कोई कारण नहीं दिया है. हम सब जानते हैं कि आरएसएस ऐसी संस्था है, जिसने मुझ जैसे देश के करोड़ों युवाओं को देश बनाने के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया है. देशभक्ति और अनुशासन के संस्कार दिए हैं.
RSS से निकले दो लोग PM बने: शाह
उन्होंने कहा कि हमें यह भी देखना चाहिए कि आरएसएस से निकले हुए दो लोग इस देश के प्रधानमंत्री भी बने और शायद दोनों इस देश के सबसे अच्छे प्रधानमंत्रियों में से एक माने जाते हैं."
भारत माता की सेवा का लक्ष्य: शाह
उन्होंने कहा, "मैं खरगेजी की मंशा मैं समझ रहा हूं, लेकिन वो कभी पूरी नहीं होगी. आरएसएस की स्थापना को 100 साल हो गए हैं. संघ का बहुत बड़ा योगदान इन 100 सालों में रहा है. आज यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है. करोड़ों ऐसे लोगों का निर्माण किया है, जो देशभक्ति के रास्ते पर चल रहे हैं. संघ के पास हजारों ऐसे लोग हैं, जिनके पास में न उनका खुद का घर है, न बैंक अकाउंट है, न अपना परिवार है, केवल और केवल भारत माता की सेवा करने के लक्ष्य के साथ वह निकले हैं."
मतदान में जवाब दे देगी जनता: शाह
उन्होंने कहा, "ऐसे देशभक्त संगठन को देश की जनता को बल देना चाहिए, जो लोग इस पर बैन लगाने की बात करते हैं. उन्हें पता नहीं है कि चुनाव चल रहे हैं, जनता इसका जवाब यहीं मतदान में दे देगी."














