- बिहार में मंत्री और बीजेपी नेता मंगल पांडेय ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने अब तक 11 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी हैं.
- विपक्ष द्वारा चुनाव आयोग और मतदाता सूची पर लगाए गए आरोपों को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विपक्ष की हार की बौखलाहट करार दिया है.
- पांडेय ने कहा- बिहार में कानून व्यवस्था मजबूत है और जबकि विपक्ष के शासनकाल में अपराधियों को संरक्षण मिला करता था.
बिहार के स्वास्थ्य और विधि मंत्री मंगल पांडेय ने NDTV से खास बातचीत में विपक्ष पर तीखा हमला बोला और नीतीश सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार ने अब तक 11 लाख से ज्यादा सरकारी नौकरियां दी हैं और 12 लाख का लक्ष्य लेकर जनता के बीच जाएंगे. मतदाता सूची और कानून व्यवस्था पर विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं और सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देकर भी प्रदर्शन करना, विपक्ष की हार की बौखलाहट है.
साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल में कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है और ममता सरकार से जनता का मोहभंग हो रहा है. उन्होंने विपक्ष के गठबंधन पर भी कटाक्ष किया और कहा कि AIMIM को भी INDI गठबंधन में शामिल कर लेना चाहिए.
सवाल- बिहार कैबिनेट का फैसला- युवा आयोग का गठन और महिलाओं को आरक्षण, जीत का रास्ता यहीं से देख रहें?
एनडीए सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास, इसी पर काम करती है. हम समाज के सभी वर्ग के विकास के लिए काम कर रहे हैं. मातृशक्ति को आर्थिक और सामाजिक रूप से, शैक्षिक और राजनीतिक रूप से हम लोगों ने शुरू से किया है. दिल्ली और पटना की सरकार लगातार लोगों को रोजगार देने का काम कर रही है. युवा शक्ति कैसे मजबूत हो इसको लेकर लगातार डबल इंजन सरकार काम कर रही है. 2020 में हमने नीतीश जी की नेतृत्व में यह वादा किया था कि 10 लाख सरकारी नौकरी देंगे और अभी तक 11 लाख से अधिक सरकारी नौकरी दे चुके हैं. हमने तय किया है कि 12 लाख नौकरी देकर जनता के पास वोट मांगने जाएंगे. अभी तक हमने बिहार के नौजवान के लिए 25 लाख रोजगार के अवसर पैदा किया है.
सवाल- सुशासन स्थापित करने के नाम पर आई सरकार पर अब लॉ एंड ऑर्डर ओर करप्शन को लेकर आरोप लग रहा है? तेजस्वी यादव एनडीए पर बिहार को बर्बाद करने का आरोप लगा रहे हैं?
यही तो सबसे बड़ा आडंबर है, जिस पार्टी ने बिहार को बर्बाद किया, जिस पार्टी के राज में अपराधी और अपहरणकर्ता मुख्यमंत्री आवास में बैठकर तय करते थे, जिनके राज में अपराधियों को बुलाकर मंच पर महिमा मंडन किया जाता था, वैसे पार्टी के लोग और वैसे नेता के पुत्र इस प्रकार की बात कर रहे हैं. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में कानून का राज है. एक भी अपराधी हिम्मत नहीं कर सकता है कि वह किसी भी तरीके से संरक्षण प्राप्त कर सकें. आज किसी मंत्री या मुख्यमंत्री के यहां अपराधी का शरण स्थल नहीं बनता. राजद के राज में मंत्री, विधायक और सांसद के घर अपराधियों का घर शरणस्थल होता था. आज कोई अपराधी बच नहीं सकता. अपराधी पाताल में भी होगा तो उसे पुलिस खोज लेगी.
विधानसभा चुनाव में विपक्ष की हार 100% तय है इसलिए हताशा में इस तरह की बात कही जा रही है.
संवैधानिक संस्थाओं पर आज इसलिए सवाल उठाए जा रहे हैं ताकि जब कल यह हारे तो यह कहे कि हम तो पहले से कह रहे थे. अपनी हार को देखते हुए विपक्ष अभी से आधार तैयार कर रहा है.
सवाल- मतदाता सूची को लेकर विपक्ष लामबंद है, मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है और पटना में कल बड़े प्रदर्शन की तैयारी है?
1952 के बाद से इस देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को जीवित और जीवंत यदि किसी संस्था ने रखा है तो उसका नाम चुनाव आयोग है. कोई भी राजनीतिक दल इस देश की चुनाव परंपरा को जीवंत बना के रखा है क्या. जहां पर विपक्षीय सरकार बन गई वहां पर चुनाव आयोग ठीक है लेकिन जहां सरकार नहीं बनी वहां पर विरोध में बयान दे रहे हैं. रजत कांग्रेस की पिछलगू होकर चल रही है.
चुनाव आयोग का विरोध कर रहे हैं और अपनी अर्जी सुप्रीम कोर्ट में दे दिए उसके बावजूद उस पर विश्वास नहीं है, अर्जी भी दे दी और जनता को परेशान करने के लिए प्रदर्शन करेंगे. चुनाव आयोग ऐसा जब भी फैसला करता इन लोगों को दिक्कत ही होगी. वास्तविक मतदाता की अगर पहचान की जा रही है तो विपक्ष को क्या समस्या है. सही मतदाता का पहचान राजद और कांग्रेस थोड़ी नहीं करेंगे.
चक्का जाम करके अराजकता फैलाने की कोशिश है. राहुल गांधी को कोई पूछता नहीं है, यशवी यादव को अपनी पार्टी की दुकानदारी चलानी है. लालू यादव हर चुनाव के पहले यही वादा करते थे कि हम जीत जाएंगे लेकिन जिस दिन परिणाम आता है उसे दिन पूरी पार्टी और परिवार गेट बंद करके अंदर चली जाती है.
सवाल- विपक्ष आपके खिलाफ एकजुट हो रहा है और प्रशांत किशोर आप लोगों के खिलाफ जाना चाह रहे?
जिनको बिहार से मतलब नहीं है जिनके सोच में विकास नहीं है उन्हें विकास कहां दिखेगा. AIMIM को INDI गठबंधन का पार्ट हो जाना चाहिए. गठबंधन को भी उन्हें शामिल करना चाहिए अलग-अलग से बेहतर है सभी एक ही स्वर में चलें.
सवाल- बंगाल में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहें हैं?
आज पूरा बंगाल जल रहा है महिलाओं के दिल में भारी आक्रोश है. बंगाल में नारा लगा रहा है ममता हटाओ कन्या बचाओ, ममता हटाओ बेटी बचाओ. टीएमसी की सरकार विकास से हजारों मील दूर चली गई है. वहां के युवा पलायन करने को मजबूर हैं और कानून व्यवस्था पूरी तरीके से ध्वस्त हो गई है. चुनाव में इसका असर देखने को मिलेगा.