बिहार निवेशक सम्मेलन में 300 कंपनियों के साथ 50,530 करोड़ रुपये के MoU पर हस्ताक्षर

अडाणी एंटरप्राइजेज के निदेशक प्रणव अडाणी ने कहा, ‘‘हमारे समूह ने बिहार में में सीमेंट विनिर्माण, लॉजिस्टिक्स और कृषि उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में में 8,700 करोड़ रुपये का निवेश करने का फैसला किया है. इससे राज्य में लगभग दस हजार लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा.

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सम्मेलन के समापन के दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे (फाइल फोटो).
पटना:

पटना में गुरुवार को संपन्न दो दिन के वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन ‘‘बिहार बिजनेस कनेक्ट-2023'' के दौरान विभिन्न क्षेत्रों की करीब 300 कंपनियों के साथ 50,530 करोड़ रुपये के सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए.

सम्मेलन के दौरान अडाणी एंटरप्राइजेज के निदेशक प्रणव अडाणी ने कहा, ‘‘हमारे समूह ने बिहार में में सीमेंट विनिर्माण, लॉजिस्टिक्स और कृषि उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में में 8,700 करोड़ रुपये का निवेश करने का फैसला किया है. इससे राज्य में लगभग दस हजार लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा.

उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी यहां पहले ही 850 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है .

सम्मेलन के दौरान जिन अन्य समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए उनमें 7,386.15 करोड़ रुपये का एमओयू भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड, 5,230 करोड़ रुपये का पटेल एग्री इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, 2,200 करोड़ रुपये का एमओयू होलटेक इंटरनेशनल इंक, 2,000 करोड़ रुपये का समझौता इंडो यूरोपियन हार्ट हॉस्पिटल्स एंड रिसर्च इंस्टिट्यूट प्राइवेट लिमिटेड, 1,600 करोड़ रुपये का देव इंडिया प्रोजेक्ट, 1,000 करोड़ रुपये का स्टार सीमेंट, 1,000 करोड़ रुपये का अल्ट्राटेक सीमेंट, 1,000 करोड़ रुपये का जे के लक्ष्मी सीमेंट, 800 करोड़ रुपये का स्प्रे इंजीनियरिंग डिवाइसेज लिमिटेड, 674 करोड़ रुपये का वरुण बेवरेज, 650 करोड़ रुपये का श्री सीमेंट आदि के साथ शामिल हैं.

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शिखर सम्मेलन के समापन के दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे. हालांकि, कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को उन्होंने संबोधित नहीं किया पर ‘‘बिहार लॉजिस्टिक्स पॉलिसी-2023 और ‘‘कॉफी टेबल बुक (राज्य उद्योग विभाग का) का विमोचन किया.

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इस नीति का उद्देश्य औद्योगिक और सामाजिक विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय मानक की बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना है.

सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए बिहार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा, ‘‘बिहार प्रगति कर रहा है. तीन चीजें और जुड़ जाएं तो राज्य का चैगुना विकास हो जायेगा. नेपाल में बारिश से बिहार में काफी तबाही होती है. अगर नेपाल के साथ जल प्रबंधन पर समझौता हो जाये तो बिहार को बाढ़ की विभीषिका से बचाया जा सकता है. अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलता है तो यहां के औद्योगिक विकास में और तेजी आएगी. तीसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर बिहार को विशेष आर्थिक क्षेत्र में शामिल किया गया तो इसका आर्थिक विकास और तेजी से होगा.''

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उन्होंने कहा कि बिहार ने बिजली, पानी और सड़कों के क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है जिससे यह निवेश के लिए एक आदर्श स्थान बन गया है. बिहार बिजनेस कनेक्ट-2023 राज्य के औद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा.

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अडाणी एंटरप्राइजेज के निदेशक प्रणव अडाणी ने विकासात्मक और सामाजिक योजनाओं के लिए बिहार सरकार की भी सराहना की.

उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार जी रेल मंत्री थे, तब उन्होंने 2003 में इंटरनेट आधारित रेलवे टिकट बुकिंग की शुरुआत की थी. आज यह सेवा दुनिया की सबसे व्यस्त रेल टिकट बुकिंग प्रणाली है.

इस अवसर पर उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंड्रिक ने राज्य के आर्थिक एवं औद्योगिक विकास पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि बाजार, कच्चे माल, बुनियादी ढांचे, कार्यबल और सरकारी समर्थन की उपस्थिति के कारण बिहार में उद्योग स्थापित करना बहुत आसान है.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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