- बिहार विधानसभा चुनाव में दरभंगा की अलीनगर सीट से भाजपा मैथिली ठाकुर को उम्मीदवार बनाए जाने पर विचार कर रही है
- मैथिली ठाकुर ने मात्र 25 वर्ष की उम्र में कला के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान स्थापित की है
- ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के छात्रों ने कलाकारों के राजनीति में प्रवेश को लेकर अपनी बात रखी
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जहां राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, वहीं दरभंगा जिले की अलीनगर विधानसभा सीट से एक नया नाम चर्चा में आया है. भाजपा की ओर से प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर को उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है. सिर्फ 25 वर्ष की उम्र में कला के क्षेत्र में बड़ी पहचान बनाने वाली मैथिली ठाकुर को लेकर अब यह चर्चा तेज है कि क्या एक उभरते कलाकार को राजनीति में कदम रखना चाहिए या नहीं क्या वे क्षेत्र की समस्याओं के समाधान और विकास कार्यों में प्रभावी भूमिका निभा पाएंगी?
इसी सवाल को लेकर जब NDTV की टीम बिहार के प्रतिष्ठित दरभंगा स्थित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय संगीत एवं नाट्य विभाग पहुंची तो छात्रों और प्राध्यापकों ने अपनी स्पष्ट राय रखी. विभाग के अधिकांश छात्रों ने कहा कि कलाकार को राजनीति से दूर रहना चाहिए, क्योंकि राजनीति अकसर व्यक्ति की रचनात्मकता को सीमित कर देती है. वहीं, कुछ लोगों का कहना था कि राजनीतिक दल कलाकारों को सिर्फ अपने प्रचार और स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करते हैं.
हालांकि, कुछ युवाओं ने यह भी माना कि अगर कलाकार समाज की आवाज को सशक्त रूप में उठाने की क्षमता रखते हैं, तो राजनीति में उनका प्रवेश सकारात्मक बदलाव ला सकता है. फिलहाल भाजपा की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अलीनगर की सियासत में मैथिली ठाकुर का नाम सुर्खियों में जरूर आ गया है.
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