बिहार की राजधानी पटना में 17 अप्रैल को महागठबंधन में शामिल दलों की बैठक होनी है. सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के तालमेल समेत गठबंधन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी. कहा जा रहा है कि महागठबंधन में शामिल पार्टियों की एक समन्वय समिति बनाई जाएगी, जिसके बाद सामूहिक रणनीति के तहत चुनाव लड़ने की रूपरेखा तैयार होगी.
माना ये भी जा रहा है कि सीटों का पेंच सुलझाने के बाद सही समय पर तेजस्वी को सीएम चेहरा घोषित भी किया जाएगा. आने वाले दिनों में पशुपति पारस भी आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि उनके लिए दरवाजे खुले हैं.
दो दिन पहले ही आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से दिल्ली में मुलाकात की थी. जिसके बाद उन्होंने कहा कि सकारात्मक बातचीत हुई है और अब महागठबंधन की अगली बैठक 17 अप्रैल को पटना में होगी.
मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था, "पता नहीं आप लोग (पत्रकार) क्यों चिंतित रहते हैं चेहरे को लेकर? बातचीत करके सारी चीजें सामने आ जाएंगी. आप लोगों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है. जब तय होगा तो आप लोगों को बुलाकर बताएंगे." उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार बिहार में 'इंडिया' गठबंधन की सरकार बनेगी.
कांग्रेस अध्यक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि युवा, किसान-मज़दूर, महिलाएं, समाज के पिछड़े, अति पिछड़े और अन्य सभी वर्ग के लोग महागठबंधन की सरकार चाहते हैं.