तेजस्वी के CM फेस बनते ही महागठबंधन में सुलह के संकेत, दो सीटों से RJD के खिलाफ कैंडिडेट के नाम वापस

बिहार में 13 सीटों पर महागठबंधन के दलों में कैंडिडेट आमने-सामने थे. लेकिन आज दो कैंडिडेट ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. माना जा रहा है कि शाम तक कुछ और नाम वापस लिए जा सकते हैं.

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बिहार विधानसभा अपडेट
पटना:

बिहार विधानसभा चुनाव में आज तेजस्वी यादव के सीएम फेस और मुकेश सहनी को डेप्युटी सीएम फेस घोषित होते ही अब सीटों पर महागठबंधन में फंसा पेच भी सुलझने लगा है. आज दो विधानसभा सीटों पर महागठबंधन के एक-एक कैंडिडेट ने नामांकन वापस ले लिया है. बाबूबरही सीट से वीआई के कैंडिडेट बिंदु गुलाब यादव ने नामांकन वापस ले लिया है. वहीं, वारसलीगंज से कांग्रेस प्रत्याशी सतीश कुमार ने अपना नाम वापस ले लिया है. 

गौरतलब है कि आज पटना में महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने तेजस्वी यादव को सीएम फेस घोषित किया है. तेजस्वी के सीएम फेस घोषित होते ही दलों के बीच चल रही किच-किच भी धीरे-धीरे कम होता जा रहा है. कुल 13 सीटों पर महागठबंधन के दलों के कैंडिडेट आमने-सामने थे. लेकिन अब दो ने अपने नाम वापस ले लिए हैं. 

इन सीटों पर अभी भी महागठबंधन के कैंडिडेट आमने-सामने 

कहलगांव (Congress-RJD)
सुल्तानगंज (Congress-RJD)
नरकटियागंज (Congress-RJD)
वैशाली (Congress-RJD)
सिकंदरा (Congress-RJD)
राजापाकर (CPI-Cong)
बछवारा (CPI-Cong)
बिहार शरीफ (CPI-Cong)
करगहर (CPI-Cong)
चैनपुर (RJD VS VIP)
बेलदौर (Cong-IIP)

वारसलीगंज से कांग्रेस ने सतीश कुमार को उम्मीदवार बनाया था.लेकिन अब उनके यहां से नाम वापसी के बाद आरजेडी के बाहुबली अशोक महतो की पत्नी अनीता कुमारी लड़ेगी. बाबू बरही से VIP से बिंदु गुलाब यादव के मैदान में हटने के बाद यहां से RJD ने अरुण कुशवाहा ताल ठोकेंगे. बिहार में दो चरण में चुनाव होने हैं. पहले चरण में 6 नवंबर को वोट पड़ेंगे जबकि दूसरे चरण में 11 नवंबर को वोटिंग है. 14 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे. 

नाम वापसी के बाद सतीश कुमार ने कहा कि वह वारसलीगंज विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी थे. पार्टी हाईकमान का निर्देश आया कि आप नामांकन वापस लें. हमने महागठबंधन धर्म का निर्वाह करते हुए अपना नामांकन वापस ले लिया. जिन्होंने हमें टिकट दिलवाया था डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह हमारे गार्जियन और प्रभारी सचिव देवेंद्र यादव ने मैसेज किया कि आप नामांकन वापस ले लो, गठबंधन में यह सीट आरजेडी के खाते में चला गया. इसलिए हमने नामांकन वापस लिया. मैं जिस अपराधमुक्त वारसलीगंज की बात करता था, वह नही हो पाया. इसलिए मैं क्षेत्र की जनता से क्षमा मांगता हूं.'

अब बाहुबलियों की पत्नियों के बीच होगा मुकाबला

वारसलीगंज विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी सतीश कुमार मंटन के नाम वापसी के बाद से चुनाव मैदान में एनडीए और महागठबंधन से एक-एक उम्मीदवार रह गए हैं. एनडीए से बीजेपी की अरुणा देवी जबकि महागठबंधन से आरजेडी की अनिता चुनाव मैदान में हैं. बाहुबली अखिलेश सिंह की पत्नी अनिता 2000, फरवरी 2005, 2015 और 2020 में निर्वाचित हुई हैं. जबकि बाहुबली अशोक की पत्नी अनिता पहली दफा चुनाव मैदान में उतरी हैं. सजायाप्ता के कारण अशोक महतो खुद चुनाव नही लड़ सकते. इसलिए 62 की उम्र में शादी की थी. पहली दफा मुंगेर लोकसभा से अनिता चुनाव लड़ी थी. तब राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह निर्वाचित हुए थे. जबकि अनिता दूसरे स्थान पर रही थी. अब वारसलीगंज से चुनाव मैदान में उतरी हैं. 

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