- मुजफ्फरपुर के प्रशांत ने बेटी शिवांगी की शादी 12 फरवरी को वैशाली के शुभम से की थी.
- आरोप है कि ससुरालवालों ने दहेज के चलते शिवांगी की हत्या कर शव को नदी में बहा दिया.
- पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो गुस्साए पिता ने खुद ही शव ढूंढा और ससुराल के आगे दाह संस्कार कर दिया.
बिहार में वैशाली के नंदलालपुर गांव में एक दर्दनाक घटना हुई. एक शख्स ने आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने उसकी बेटी शिवांगी की हत्या कर शव को गायब कर दिया था. शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं. पिता ने खुद ही बेटी का शव ढूंढा, फिर उसके ससुराल के दरवाजे के सामने ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया. जिस दिन अंतिम संस्कार हुआ, उस दिन शिवांगी का जन्मदिन था.
शिवांगी के परिजन देर रात लगभग 1 बजे उसका शव लेकर ससुराल वालों के घर पहुंचे. मगर पुलिस के डर से सभी फरार थे. उनके दरवाजे पर ही शिवांगी की चिता जलाकर दाह संस्कार कर दिया. बताया जा रहा है कि शिवांगी 9 दिनों से लापता थी.
मुजफ्फरपुर जिले के कथैया निवासी प्रशांत कुमार ने अपनी बेटी शिवांगी की शादी वैशाली थाना क्षेत्र के नंदलालपुर गांव निवासी परमहंस तिवारी के पुत्र शुभम के साथ इसी साल 12 फरवरी को की थी. परिजनों का आरोप है कि शादी के बाद से ससुराल वाले दहेज में पैसा और गाड़ी के लिए प्रताड़ित करने लगे थे.
आरोप है कि 12 अगस्त को पति और ससुराल वालों ने शिवांगी की हत्या कर दी. शव को बोरे में रखकर नदी में फेंक दिया. 13 अगस्त को शिवांगी के परिजन जब उसकी ससुराल पहुंचे, तब तक सभी आरोपी ससुराल वाले घर छोड़कर फरार हो चुके थे. इसके बाद परिजनों ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई.
परिजनों का आरोप है कि वैशाली पुलिस ने मामले की कोई छानबीन नहीं की. मुजफ्फरपुर पुलिस ने कल्याणपुर नदी से बोरे में एक शव बरामद किया. जानकारी मिलने पर प्रशांत कुमार अपने रिश्तेदारों के साथ वहां पहुंचे. शिवांगी के गर्दन पर ऑपरेशन का निशान था.
पिता ने शव पर वह निशान देखकर बेटी की पहचान की. मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में पोस्टमार्टम करके शव को पिता के सुपुर्द कर दिया गया. घटना से आक्रोशित पिता बेटी का शव उसके ससुराल ले गए और घर के दरवाजे के सामने पर चिता सजाकर अंतिम संस्कार कर दिया.