- खेसारी लाल यादव ने कहा कि राम मंदिर बनाना जरूरी है लेकिन अस्पताल, रोजगार और शिक्षा भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं
 - उन्होंने सवाल उठाया कि क्या मंदिर बनवाने से बच्चों का भविष्य तय हो जाएगा या अन्य विकास कार्य जरूरी हैं
 - खेसारी लाल यादव राजद की टिकट पर छपरा से चुनाव मैदान में उतरे हैं
 
छपरा से राजद के उम्मीदवार और भोजपरी अभिनेता खेसारी लाल यादव ने अपने 'मंदिर-अस्पताल' वाले बयान पर कहा है कि मेरे कहने का मतलब था कि राम मंदिर बनाना वाकई ज़रूरी है, लेकिन क्या अस्पताल बनाना ज़रूरी नहीं है? क्या रोज़गार ज़रूरी नहीं हैं? क्या शिक्षा ज़रूरी नहीं है? क्या हम रोज़गार के लिए ट्रंप को वोट देंगे? लोगों ने आपको वोट दिया था. आगे बढ़िए और हर जगह मंदिर बनाइए, लेकिन क्या मंदिर हमारे बच्चों का भविष्य तय करेंगे?
अगर मंदिर हमारे बच्चों का भविष्य तय करते हैं, तो मैं चाहूंगा कि आप बिहार में 200 मंदिर बनवाएं और दिखाएं कि आपने कितने बच्चों का भविष्य तय किया है...भगवान हमारे दिल और भक्ति में बसते हैं, मंदिरों में तो बस एक मूर्ति होती है. इसलिए, सब कुछ बनाइए. सिर्फ़ मंदिर क्यों?...ये लोग बदलते रहते हैं. अगर आप इनसे विकास के बारे में सवाल करेंगे, तो ये आपको 'मंदिर-मस्जिद' या 'सनातन' ले जाएंगे, बकवास करेंगे और आपको वहीं व्यस्त रखेंगे...मैं किसी से नहीं डरता. मैं जो हूँ, वो जनता ने ही मुझे बनाया है..."
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 2 चरण में वोट डाले जाएंगे पहले चरण के लिए गुरुवार को मतदान होने हैं जिसके लिए आज मंगलवार को चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा. इस चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच मुकाबला है. कुछ जगहों पर जन सुराज के उम्मीदवार भी सीधे मुकाबले में देखे जा रहे हैं. खेसारी लाल यादव ने हाल ही में राजद की सदस्यता ली थी और छपरा से चुनावी मैदान में हैं.
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