- सुपरस्टार पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच चार साल से तलाक का केस आरा कोर्ट में लंबित है
- करवा चौथ पर ज्योति सिंह ने व्रत रख पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए एक भावुक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया
- ज्योति ने पवन सिंह पर मानसिक उत्पीड़न और गर्भपात कराने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे विवाद और गहरा गया है
भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच चल रहा विवाद अब सार्वजनिक चर्चा का विषय बन चुका है. दोनों के बीच तलाक का केस बिहार के आरा कोर्ट में पिछले चार साल से लंबित है. इस हाई-प्रोफाइल विवाद और आरोप-प्रत्यारोप के बीच, ज्योति सिंह ने इस साल करवा चौथ का व्रत रखकर एक नया वीडियो शेयर किया, जिसने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है.
करवा चौथ पर छलका ज्योति का दर्द
आरोप-प्रत्यारोप की गहमागहमी के बीच, ज्योति सिंह ने अपने पति पवन सिंह की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखा. लाल जोड़े, चूड़ियां, बिंदी और मांग में सिंदूर भरकर उन्होंने पूरे रीति-रिवाज से करवा चौथ की पूजा की और चंद्रमा को अर्घ्य दिया.
त्योहार पर वीडियो साझा करते हुए ज्योति सिंह ने एक भावुक कैप्शन लिखा, जिसने सबका ध्यान खींचा। उन्होंने लिखा: "पत्नी होने के नाते अपना कर्तव्य निभाती रहूंगी, पर भगवान से बस यही दुआ है- मेरी जैसी अभागन कोई और न बने. सभी माताओं एवं बहनों को करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं."
सोशल मीडिया पर फैन्स हुए सरप्राइज
ज्योति सिंह के इस वीडियो को देखकर उनके फैन्स और सोशल मीडिया यूज़र्स सरप्राइज हो गए. कई यूज़र्स ने सवाल किया कि अगर पवन सिंह से इतना प्रेम है, तो फिर रिश्ते को समाज में तमाशा क्यों बनाया गया है. वहीं, कुछ लोगों ने यह भी लिखा कि पवन सिंह पर जो गंभीर आरोप लगाए गए हैं, क्या करवा चौथ का व्रत रखने से वे ख़त्म हो जाएंगे?
ज्योति सिंह के गंभीर आरोप, पवन सिंह का पलटवार
हाल ही में, ज्योति सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पति पवन सिंह पर कई गंभीर इल्ज़ाम लगाए थे. उन्होंने कहा था कि पवन सिंह ने उनका गर्भपात (अबॉर्शन) कराया और उन्हें गर्भपात कराने की दवाइयां देते थे. ज्योति ने दावा किया था कि वह इतना मानसिक रूप से टॉर्चर हुईं कि उन्होंने आत्महत्या (सुसाइड) करने की कोशिश भी की थी. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पवन सिंह का परिवार उन्हें और उनके पति को एक नहीं होने दे रहा है.
ज्योति सिंह के आरोपों पर पवन सिंह ने भी पलटवार किया था. उनका कहना है कि ज्योति सिंह विधायक बनने के लिए यह सब 'नाटक' कर रही हैं और वह चाहती हैं कि वह उन्हें विधायक बनवाएं, जो उनके बस में नहीं है. पवन सिंह ने दर्द बयां करते हुए कहा था कि "महिला के आंसू सब देखते हैं, लेकिन मर्द का दर्द कोई नहीं देखता."
प्रशांत किशोर से मुलाकात
विवाद के बीच, ज्योति सिंह ने जनसुराज प्रमुख प्रशांत किशोर से भी मुलाकात की थी. जनसुराज के कार्यालय में दोनों के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई. मुलाकात के बाद ज्योति सिंह ने स्पष्ट किया कि वह "टिकट या चुनाव की बात करने नहीं आई हैं." उन्होंने कहा कि वह उन महिलाओं की आवाज़ बनना चाहती हैं जिनके साथ अन्याय हो रहा है और वह चाहती हैं कि जो उनके साथ हुआ, वह किसी और के साथ न हो.
प्रशांत किशोर ने भी कहा कि ज्योति किसी राजनीतिक मकसद से नहीं, बल्कि एक पीड़ित महिला के रूप में आई थीं. उन्होंने इसे पवन सिंह का पारिवारिक मामला बताते हुए कहा कि उन्होंने ज्योति की बातें ध्यान से सुनी हैं. अब देखना यह होगा कि ज्योति सिंह के इस करवा चौथ व्रत पर पवन सिंह किस तरह से प्रतिक्रिया देते हैं, और यह हाई-प्रोफाइल पारिवारिक विवाद किस मोड़ पर जाकर समाप्त होता है.