बिहार (Bihar) के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने एक बार फिर बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग को दोहराया है. एक ट्वीट में उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की तारीफ की और कहा कि राज्य की आधारभूत संरचना को ठीक करने के लिए विशेष राज्य के दर्जे की जरूरत है. अगर डबल इंजन की सरकार में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला तो कभी नहीं मिलेगा.
जीतन राम मांझी ने ट्वीट किया, 'कम संसाधनों के बावजूद मा. नीतीश कुमार जी ने बिहार के बदतर कानून व्यवस्था और बेहाल शिक्षा महकमे को दुरुस्त करने में अपनी पूरी ताकत लगा दी है. अब आधारभूत संरचना को ठीक करने के लिए विशेष राज्य के दर्जे की जरूरत है. डबल इंजन की सरकार में विशेष दर्जा नहीं मिला तो कभी नहीं मिलेगा.'
वहीं दूसरी ओर RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने बिहार को नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्यों (SDG) सूचकांक 2020-21 में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला राज्य घोषित किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा.
लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट किया 'नीतीश में नकारात्मकता कूट-कूटकर भरी हुई है. उसने हमारे द्वारा बनाए गए हजारों स्वास्थ्य केंद्रों को बंद करा भूत बंगला, तो स्कूलों को गैराज बना दिया. इसी का परिणाम है आज इन्हीं का नीति आयोग बिहार को नीचे से टॉप करा रहा है. कथित डबल इंजन (सरकार) बिहारियों के लिए ट्रबल इंजन बन गया है.'
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने ट्वीट किया, 'बिहार को लगातार तीसरे साल सबसे निचले पायदान पर रखा गया है. यह कागज पर 16 साल के भाजपा-नीतीश शासन की प्रगति का सार है.'
लालू और तेजस्वी के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए JDU प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, 'अब लालू यादव नीति आयोग पर बात कर रहे हैं. वे अपना कार्यकाल भूल गए, जब देश के लोग बिहार में केवल अपराधों के बारे में बात करते थे. हां, मैं मानता हूं कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलता तो इसकी स्थिति अलग होती और बिहार की इस स्थिति के लिए आरजेडी और कांग्रेस जिम्मेदार हैं.'
आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा, 'झारखंड की रैंकिंग बिहार से बेहतर है क्योंकि नीतीश कुमार ने बिहार के लिए कुछ नहीं किया. कोई स्कूल नहीं, उद्योग नहीं, सड़कें नहीं, तो बिहार को बेहतर रैंकिंग कैसे मिलेगी?'
VIDEO: 5 की बात : लालू यादव की जमानत याचिका खारिज