- जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने दावा किया है कि एनडीए के सभी दल एकजुट हैं
- संजय झा ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास की नई मिसालें कायम हुई हैं
- संजय झा ने विपक्ष पर SIR के मुद्दे पर हमला बोला और कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं रह गया है
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है. इस बीच जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा ने एनडीए के भीतर एकजुटता का संदेश देते हुए विपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि “एनडीए में कोई बड़ा भाई या छोटा भाई नहीं है. एनडीए की पांचों उंगलियां (दल) एकजुट हैं और एक साथ आगे बढ़ रही हैं.”
संजय झा ने साफ कहा कि गठबंधन के भीतर किसी तरह की दरार या असंतोष की अफवाहें निराधार हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने हर दौर में विकास की नई मिसाल पेश की है. “हम नीतीश जी के काम के सहारे ही जनता के बीच जाएंगे. हर बार उन्होंने विकास की नई लकीर खींची है, और उसे आगे बढ़ाना ही हमारी चुनौती है.”
एनडीए में किसी छठे या सातवें की जगह नहीं: संजय झा
जब उनसे पूछा गया कि क्या एनडीए में नए दलों के शामिल होने की संभावना है, तो उन्होंने दो टूक कहा, “किसी छठे या सातवें दल की गुंजाइश नहीं है.” यह बयान उस समय आया है जब राज्य की राजनीति में कई छोटे दल अपनी सियासी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. जदयू के इस स्पष्ट रुख से यह संकेत भी गया है कि पार्टी किसी नए समीकरण के पक्ष में नहीं है.
SIR पर विपक्ष को सीधी चुनौती
बिहार की राजनीति में इन दिनों विशेष मतदाता सूची संशोधन (SIR) को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है. इस पर संजय झा ने तीखे लहजे में कहा, “SIR अब कोई मुद्दा नहीं रह गया. विपक्ष में हिम्मत है तो उसी के सहारे चुनाव लड़कर देख ले.” उन्होंने कहा कि जनता सब जानती है और उसे गुमराह नहीं किया जा सकता. “बिहार में एनडीए सरकार ने हर वर्ग, हर क्षेत्र में काम किया है. अब जनता विकास बनाम भ्रम के बीच फैसला करेगी.”
चुनाव आयोग जो भी निर्णय लेगी हम सम्मान करेंगे
चुनाव की तारीखों को लेकर संजय झा ने कहा कि जदयू ने एक चरण में चुनाव की मांग जरूर की थी, लेकिन अंतिम फैसला चुनाव आयोग का होगा. संजय झा ने कहा कि हम आयोग के निर्णय का सम्मान करते हैं और उसी के अनुसार मैदान में उतरेंगे.
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