- हरियाणा के पूरण कुमार का पोस्टमार्टम चंडीगढ़ पीजीआई में विशेष पैनल की निगरानी में होगा
- पूरण कुमार की पत्नी ने पोस्टमार्टम के लिए सहमति दे दी है और पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाएगी
- पूरण कुमार की मौत के बाद रोहतक के एएसआई संदीप कुमार ने भी आत्महत्या कर ली है
हरियाणा के चर्चित आईपीएस पूरण कुमार आत्महत्या मामले में अब जांच एक नए मोड़ पर पहुंच गई है. आईपीएस पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी कुमार ने पुलिस को अपने पति के शव के पोस्टमार्टम के लिए सहमति दे धी थी. यह पोस्टमार्टम बुधवार सुबह करीब 9 बजे चंडीगढ़ पीजीआई में शुरु हुआ और तीन घंटों तक चला. पोस्टमार्टम के बाद शव को उनके घर ले जाया गया है. पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों का एक स्पेशल पैनल गठित किया गया था और पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई. पोस्टमार्टम एसडीएम और एसआईटी की निगरानी में की गई. .
कौन थे पूरण कुमार?
पूरन कुमार हरियाणा पुलिस के तेजतर्रार आईपीएस अफसरों में गिने जाते थे. कुछ दिन पहले वे चंडीगढ़ स्थित अपने घर में मृत पाए गए थे, शरीर पर गोली लगने के निशान थे. प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का बताया गया था, लेकिन अब हालात ने इसे एक राजनीतिक और प्रशासनिक विवाद में बदल दिया है.
दरअसल, पूरन कुमार की मौत के बाद रोहतक जिले में तैनात एएसआई संदीप कुमार ने भी मंगलवार को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. उनका शव लाढौत-धामर रोड पर उनके रिश्तेदार के खेत में बने कमरे की ऊपरी मंजिल से बरामद हुआ. संदीप ने अपनी सर्विस पिस्टल से खुद को गोली मार ली. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि संदीप कुमार ने मरने से पहले एक छह मिनट का वीडियो और तीन पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा है. इसमें उन्होंने आईपीएस पूरण कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और कहा है कि उन्होंने ‘ईमानदारी के रास्ते' पर चलने की कीमत चुकाई.
पूरण कुमार ने जातिगत भेदभाव का लगाया था आरोप
पुलिस को संदीप के पास से मिले सुसाइड नोट और वीडियो की जांच के लिए फोरेंसिक टीम लगाई गई है. रोहतक पुलिस के एसएस भोरिया ने कहा कि “यह बेहद दुखद घटना है, संदीप ईमानदार और मेहनती अधिकारी थे.” गौरतलब है कि पूरण कुमार का नाम हाल ही में एक रिश्वत प्रकरण में आया था, जिसमें उनके सहयोगी हेड कांस्टेबल सुशील कुमार को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में आठ वरिष्ठ अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था.
सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया है और रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया का तबादला कर दिया गया है. फिलहाल, दोनों आत्महत्याओं को जोड़कर एसआईटी जांच कर रही है और पूरे प्रदेश की निगाहें इस केस पर टिकी हैं.