तेजस्वी यादव (फाइल फोटो)
पटना:
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को साफ़-साफ़ कहा कि एजेंसी द्वारा बुलाये जाने पर न जाने का ये अर्थ नहीं लगाना चाहिए कि विजय माल्या या ललित मोदी की तरह वो देश छोड़कर भाग जाएंगे. पटना में एक संवादाता सम्मलेन में तेजस्वी ने कहा कि 'मैं सबसे अधिक बार जांच एजेंसी द्वारा बुलाये जाने पर गया जहां नौ-नौ घंटे तक पूछताछ की गयी और 80-80 सवाल का जवाब दिया लेकिन जो तरीका हमलोगों के साथ अपनाया जा रहा है वो दूसरों के साथ क्यों नहीं किया जा रहा.'
तेजस्वी का साफ़ इशारा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की ओर था. तेजस्वी ने कहा कि जय शाह को कोई भी एजेंसी कोई नोटिस क्यों नहीं देती या छापेमारी या पूछताछ के लिये क्यों नहीं बुलाती है. तेजस्वी कहा कि 'मैंने कानून के साथ सहयोग किया है और मैं भागने वाले लोगों में से नहीं हूं.
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि मेरे मामले की तरह क्या आपने जय शाह मामले में भी फ़ोन कर सार्वजनिक रूप से सफाई देने के लिए कहा या इस्तीफा देने के लिए कहा? उन्होंने कहा कि सबके लिये कानून एक हो. इस देश में अमित शाह, नीतीश कुमार लिए एक कानून और तेजस्वी यादव और लालू यादव के लिए एक कानून नहीं चलने वाला.' उन्होंने नीतीश कुमार और अमित शाह को सलाह दी कि अगर जय शाह ने कुछ गलत नहीं किया तो उनसे आईआईएम में लेक्चर दिलवाया जाए.
अपने दिल्ली प्रवास के बाद पटना लौटे तेजस्वी के संवादाता सम्मलेन में आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं दिखी. उन्होंने ऐलान किया कि जिस तरीके से उनकी और उनकी पार्टी की छवि को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सुशील मोदी और लल्लन सिंह ने धूमिल करने का प्रयास किया है उसी तरीके से इन नेतओं को जवाब देने के लिये वो अब तैयार हैं. तेजस्वी ने कहा कि दरअसल जनता में इन लोगों की पैठ नहीं है. हमलोग लड़ाई लड़ेंगे. लेकिन उन्होंने मीडिया वालों से कहा आप थोड़ा रुक जाये. नीतीश सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गयी है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोगों ने न कभी गलत किया न करेंगे. तेजस्वी ने साफ किया कि फ़िलहाल वो जेल जाने वाले नहीं हैं. और जेल जाना कोई गलत नहीं है. इस देश में सभी महापुरुष जेल गए और बदनाम किये गए हैं. तेजस्वी के तेवर से स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में उन्हें उम्मीद है कि नीतीश कुमार के लिए मुश्किलें बढ़ेगी. तेजस्वी ने खुले आम कहा कि जो भी व्यक्ति उनकी विचारधारा से सहमत है उसके लिये उनके दरवाजे खुले हैं.
तेजस्वी का साफ़ इशारा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की ओर था. तेजस्वी ने कहा कि जय शाह को कोई भी एजेंसी कोई नोटिस क्यों नहीं देती या छापेमारी या पूछताछ के लिये क्यों नहीं बुलाती है. तेजस्वी कहा कि 'मैंने कानून के साथ सहयोग किया है और मैं भागने वाले लोगों में से नहीं हूं.
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि मेरे मामले की तरह क्या आपने जय शाह मामले में भी फ़ोन कर सार्वजनिक रूप से सफाई देने के लिए कहा या इस्तीफा देने के लिए कहा? उन्होंने कहा कि सबके लिये कानून एक हो. इस देश में अमित शाह, नीतीश कुमार लिए एक कानून और तेजस्वी यादव और लालू यादव के लिए एक कानून नहीं चलने वाला.' उन्होंने नीतीश कुमार और अमित शाह को सलाह दी कि अगर जय शाह ने कुछ गलत नहीं किया तो उनसे आईआईएम में लेक्चर दिलवाया जाए.
अपने दिल्ली प्रवास के बाद पटना लौटे तेजस्वी के संवादाता सम्मलेन में आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं दिखी. उन्होंने ऐलान किया कि जिस तरीके से उनकी और उनकी पार्टी की छवि को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सुशील मोदी और लल्लन सिंह ने धूमिल करने का प्रयास किया है उसी तरीके से इन नेतओं को जवाब देने के लिये वो अब तैयार हैं. तेजस्वी ने कहा कि दरअसल जनता में इन लोगों की पैठ नहीं है. हमलोग लड़ाई लड़ेंगे. लेकिन उन्होंने मीडिया वालों से कहा आप थोड़ा रुक जाये. नीतीश सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गयी है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोगों ने न कभी गलत किया न करेंगे. तेजस्वी ने साफ किया कि फ़िलहाल वो जेल जाने वाले नहीं हैं. और जेल जाना कोई गलत नहीं है. इस देश में सभी महापुरुष जेल गए और बदनाम किये गए हैं. तेजस्वी के तेवर से स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में उन्हें उम्मीद है कि नीतीश कुमार के लिए मुश्किलें बढ़ेगी. तेजस्वी ने खुले आम कहा कि जो भी व्यक्ति उनकी विचारधारा से सहमत है उसके लिये उनके दरवाजे खुले हैं.
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