छपरा में घर में अंगीठी जलाकर सोए 4 मौत, मां-मौसी की हालत गंभीर, मृतकों में यूपी के पीसीएस अधिकारी के दो बच्चे

छपरा के एक घर में शुक्रवार रात सात लोग एक कमरे में अंगीठी जलाकर सोए थे. इनमें से चार लोगों की मौत कॉर्बन मोनो ऑक्साइड गैस की वजह से हो गई. इस घटना की जानकारी शनिवार सुबह हुई. पढ़िए रंजीत विजय की रिपोर्ट.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
छपरा:

बिहार के छपरा में शुक्रवार देर रात घर में अंगीठी जलाकर सोए एक ही परिवार के चार लोगों की दम घुटने से मौत हो गई. वहीं इस परिवार के तीन सदस्यों की हालत नाजुक बताई जा रही है. उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया है. मृतकों में तीन बच्चे और एक बुजुर्ग महिला शामिल है. इस घटना में मारे गए तीनों बच्चे मौसेरे भाई-बहन हैं.वो सर्दी की झुट्टियों में अपने ननिहाल आए हुए थे. इनमें से दो बच्चों के पिता उत्तर प्रदेश में पीसीएस अधिकारी हैं. इस घटना में मरी बुजुर्ग महिला इन बच्चों की नानी हैं. 

कहां हुई है यह घटना

यह घटना छपरा शहर के भगवान बाजार थाना क्षेत्र के अंबिका कॉलोनी के भारत मिलाप चौक के पास की है. घटना के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है. परिजनों के मुताबिक कमलावती देवी यहां अपने बेटे अमित के साथ रहती थीं. उनके पति का पहले ही देहांत हो चुका है. वो हाल ही में बनारस में रहने वाली बेटी के पास गई थीं. वहां पूजा-पाठ करने के बाद वो अपनी बेटी अंजलि और उसके दो बच्चों के साछ छपरा लौट आई थीं. उनकी दूसरी बेटी अमीषा भी अपने बच्चे के साथ छपरा आई हुई थी. शुक्रवार रात घर के फर्स्ट फ्लोर पर कलावती देवी अपनी दोनों बेटियों, एक बेटे और तीन नातिन-नाती के साथ सो रही थीं. वहीं उनके बड़े बेटे अपनी पत्नी और बच्चों के साथ ग्राउंड फ्लोर पर सो रहे थे.   

अस्पताल में भर्ती पीड़ितों से घटना की जानकारी लेते पुलिस अधिकारी.

पीड़ित परिवार के मुताबिक जिस कमरे में कलावती देवी सोई हुई थीं, उसमें अधिक ठंड से बचने के लिए अंगीठी (बोरसी) जल रही थी. अंगीठी देर रात तक जलती रह गई. इस वजह से कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस भर गई. इससे धीरे-धीरे ऑक्सीजन का स्तर कम होता चला गया, गहरी नींद में होने के कारण किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी.  

कैसे पता चला घटना के बारे में

शनिवार सुबह जब उस कमरे में सोए एक सदस्य को छटपटाहट महसूस हुई, तब उसने किसी तरह खुद को संभालते हुए कमरे का दरवाजा खोलकर बाहर निकलने की कोशिश की. थोड़ी देर बाद होश आने पर जब उसने अन्य लोगों को जगाने की कोशिश की, तो चार लोगों में कोई हलचल नहीं हो रही थी. इससे बाद आनन-फानन में सभी को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चार लोगों को मृत घोषित कर दिया.

मृतकों की पहचान तीन साल के तेजस, चार साल के अध्याय और सात महीने की गुड़िया कुमारी और 70 साल की कमलावती देवी के रूप में हुई है. तीनों बच्चे आपस में मौसेरे भाई-बहन थे. दम घुटने से मामा अमित कुमार, मां अमीषा और अंजलि की हालत गंभीर है. उन्हें छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों के अनुसार तीनों की हालत नाजुक बनी हुई है. तेजस और गुड़िया अंजलि के बच्चे थे. वहीं अध्याय अमीषा का बेटा था.

छपरा में दम घुटने से चार लोगों की मौत के बाद मौका मुआयना करते पुलिस अधिकारी.

इस हादसे मरे तेजस और गुड़िया सगे भाई-बहन थे. उनकी मां अंजलि की गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं. अंजलि की शादी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हुई है. उनके पति पीसीएस अधिकारी हैं. इस हादसे के बाद अंबिका कॉलोनी में सन्नाटा पसरा हुआ है.

Advertisement

ये भी पढ़ें: बिहार के खेतों में क्यों तैनात किए गए 'शूटर', कौन सा जानवर है निशाने पर

Featured Video Of The Day
धौलाधार की पहाड़ियों पर इस बार बर्फ क्यों नहीं गिर रही, क्या है वजह?
Topics mentioned in this article