बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि कैंसर रोग से पीड़ित, 82 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र ने दिल्ली में आज सुबह अंतिम सांस ली. राज्यपाल फागू चौहान ने जगन्नाथ मिश्र के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि मिश्र एक कुशल प्रशासक, संवेदनशील राजनेता और अर्थशास्त्र के विद्वान प्राध्यापक थे.
उन्होंने तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय मंत्री के रूप में इस प्रदेश एवं देश की सेवा की. उनके निधन से देश को, विशेषकर बिहार प्रान्त के राजनीतिक जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक-संदेश में कहा है कि मिश्र एक प्रख्यात राजनेता एवं शिक्षाविद थे जिनका बिहार के साथ-साथ देश की राजनीति में भी अमूल्य योगदान रहा है. उनके निधन से न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के राजनीतिक, सामाजिक एवं शिक्षा के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी जगन्नाथ मिश्र के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है.
जानिए जगन्नाथ मिश्रा के प्रोफेसर से लेकर बिहार के मुख्यमंत्री बनने तक का सफर
बिहार सरकार ने जगन्नाथ मिश्र के निधन पर राज्य में तीन दिन के राजकीय शोक तथा उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ कराए जाने की घोषणा की है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के निधन पर पर दुख जताते हुए सोमवार को कहा कि मिश्र ने हमेशा कमजोर तबकों की आवाज उठाई और लंबे समय तक उन्हें याद किया जाएगा. सोनिया ने एक बयान में कहा, ‘बिहार के तीन बार मुख्यमंत्री, केंद्र में मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष रहते हुए जगन्नाथ मिश्र कई मौकों पर समाज के वंचित लोगों और हाशिये पर मौजूद वर्गों के लिए खड़े हुए. वह लंबे समय तक याद किए जाएंगे.'
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के निधन पर सोमवार को दुख जताया. बनर्जी ने मिश्र के परिवार और उनके प्रशंसकों के प्रति संवेदना जतायी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र जी के निधन से दुखी हूं. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना.'