बिहार से 5 इंटरनेशनल रूट्स पर जल्द उड़ान भरेंगी विमान सेवाएं, जानिए सरकार क्या कर रही

बिहार सरकार का मानना है कि इस कदम से बिहार की राष्ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय लॉजिस्टिक्स नेटवर्क में हिस्सेदारी बढ़ेगी. इसके अलावा पर्यटन और उद्योग दोनों क्षेत्र को मजबूती मिलेगी. नई अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई मार्ग तैयार होने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.

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  • बिहार सरकार ने अंतरराष्ट्रीय हवाई कनेक्टिविटी मजबूत करने के लिए वीजीएफ राशि की घोषणा की है.
  • सरकार ने सभी एयरलाइंस कंपनियों से अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा शुरू करने के लिए निविदा आमंत्रित की है.
  • नई नीति के तहत बिहार को नेपाल, कोलंबो, सिंगापुर और शारजाह से सीधे जोड़ने की योजना है.
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पटना:

बिहार सरकार की ओर से बिहार को अंतरराष्‍ट्रीय हवाई कनेक्टिविटी को मजबूत करने का बड़ा प्रयास किया जा रहा है. इसके तहत वीजीएफ राशि की घोषणा की गई है. यह VGF इसलिए दी जा रही है ताकि बिहार से उड़ान भरने वाली इंटरनेशनल फ्लाइट्स को प्रोत्‍सा‍हन दिया जा सके. अपर मुख्‍य सचिव मंत्रिमंडल सचिवालय, एस सिद्धार्थ ने बताया कि हमारी कोशिश बिहार को चारों दिशाओं में इंटरनेशनल कनेक्टिविटी से जोड़ने की है. 

सभी कंपनियों को भेजा पत्र

एस सिद्धार्थ ने आज कैबिनेट की ब्रीफिंग के दौरान इस बात की जानकारी दी कि इंटरनेशलन एयरलाइंस सेवा शुरू करने के लिए सरकार की ओर से कदम उठा दिया गया है. सरकार की ओर से देश के सभी एयरलाइंस कंपनियों की तरफ से निविदा आमंत्रित करने के लिए पत्र भेज दिया गया है. उन्‍होंने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया निविदा के माध्‍यम से पूरी की जाएगी. उन्‍होंने इस बात पर उत्‍साह जताया कि बिहार सरकार ने चारों दिशाओं लिए नये अंतर्राष्ट्रीय मार्गों पर हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने की नीति को मंजूरी दे दी है. इसके जरिये बिहार उत्‍तर में नेपाल, दक्षिण में कोलंबो, पूर्व में सिंगापुर और पश्चिम में शारजाह से सीधे कनेक्‍ट हो जाएगा.

इस नीति के तहत एयरलाइंस कंपनियों को व्यवहार्यता अंतर निधि (VGF) से वित्तीय सहायता दी जाएगी ताकि वे नई अंतर्राष्‍ट्रीय उड़ानें शुरू कर सकें. अपर मुख्‍य सचिव मंत्रिमंडल सचिवालय ने जानकारी दी कि अंतरराष्‍ट्रीय उड़ानों के लिए वीजीएफ उन हवाई जहाजों के लिए होगी, जिनकी सिटिग कैपेसिटी (यात्रियों के बैठने की क्षमता) कम से कम 150 होगी. उन्‍होंने कहा कि वीजीएफ के जरिए सहायता छोटे प्‍लेन के लिए नहीं है.  

जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, पटना और गया अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की भौगोलिक स्थिति बिहार को अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल और ट्रेड का बड़ा केंद्र बना सकती है.

किन रूट पर कितनी फंडिंग

  • पटना–काठमांडू : 5 लाख रुपये प्रति राउंड ट्रिप
  • गया–शारजाह : 10 लाख रुपये प्रति राउंड ट्रिप
  • गया–बैंकॉक : 10 लाख रुपये प्रति राउंड ट्रिप
  • गया–कोलंबो : 10 लाख रुपये प्रति राउंड ट्रिप
  • गया–सिंगापुर : 10 लाख रुपये प्रति राउंड ट्रिप

बिहार सरकार का मानना है कि इस कदम से बिहार की राष्ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय लॉजिस्टिक्स नेटवर्क में हिस्सेदारी बढ़ेगी. इसके अलावा पर्यटन और उद्योग दोनों क्षेत्र को मजबूती मिलेगी. नई अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई मार्ग तैयार होने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और बिहार राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए और सुलभ बनेगा.

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