"आप शांति क्यों नहीं कायम कर सकते..." : बिहार हिंसा मुद्दे पर बीजेपी ने CM नीतीश से मांगा इस्तीफा

बीजेपी बिहार में हुई हिंसा के मुद्दे पर पूरी तरह से हमलावर दिखी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विफल कानून व्यवस्था का आरोप लगातर इस्तीफा देने की मांग की. 

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पार्टी विधायकों ने हिंसा को लेकर सरकार पर कई आरोप लगाए और खूब हंगामा किया.

पटना:

बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ में रामनवमी के दिन भड़की सांप्रदायिक हिंसा और उसके बाद हुई घटनाओं की धमक सोमवार को बिहार विधानसभा में महसूस हुई. बीजेपी इस मुद्दे पर पूरी तरह से हमलावर दिखी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विफल कानून व्यवस्था का आरोप लगातर इस्तीफा देने की मांग की. 

बता दें कि बीजेपी ने विधानसभा में प्रश्नकाल के शुरू होते ही रामनवमी पर हुए हंगामे का मुद्दा का उठाया. पार्टी विधायकों ने हिंसा को लेकर सरकार पर कई आरोप लगाए और खूब हंगामा किया. पार्टी ने प्रदेश में जंगलराज रिटर्न्स का आरोप लगाया. वहीं, सत्तारूढ़ महागठबंधन की तरफ़ से जवाब देते हुए जेडीयू नेता विजय कुमार चौधरी ने पूरे घटनाक्रम को एक साजिश बताया.

सवाल उठाते है सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गया. बीजेपी नेता वेल में उतरकर हंगामा करने लगे. इधर, हंगामा बढ़ते देख विधानसभा स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने सदन की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी.

इधर, पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बिहार में रामनवमी के दौरान हुई घटना पर कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. मुझे यह बताइए कि लोगों को रामनवमी मनाने का अधिकार है या नहीं. आप शांति क्यों नहीं कायम कर सकते हैं. बिहारशरीफ में दंगे हुए. बस जलाई गई, गोलीबारी हुई. आपकी पुलिस क्या कर रही है. पिछले साल तो सब कुछ शांति पूर्वक हो गया. इस साल क्यों नहीं हुआ. यह बड़ा सवाल है. 

उन्होंने कहा, " प्रधानमंत्री बनने के चक्कर में नीतीश कुमार का शासन पर जोर नहीं है और न ही ध्यान. साजिश तो उन्होंने की कि हमारे गृह मंत्री को रोक दिया." रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि लोग गोली चला रहे हैं. दंगे हो रहे हैं, तो आप हम पर क्यों आरोप लगा रहे हैं.

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गौरतलब है कि बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ में रामनवमी के दिन विभिन्न कारणों से हिंसा भड़क गई. करीब 4 दिनों तक उपद्रवियों ने जमकर बवाल काटा. रोड़ेबाजी, गोलीबारी, आगजनी, बम ब्लास्ट व लूटपाट जैसी घटनाओं को अंजाम दिया गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए धारा-144 लगानी पड़ी. साथ ही इंटरनेट सेवा भी बंद करनी पड़ी.

वहीं, गृहमंत्री ने राज्यपाल से बात करने के बाद केंद्रीय बल की टुकड़ियों को बिहार भेजने का फैसला लिया था. फिलहाल राज्य पुलिस हिंसा में शामिल लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई कर रही है. अभी तक 80 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की गई है. राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.  

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