- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए कांग्रेस ने स्क्रीनिंग कमिटी गठित की है, जिसका अध्यक्ष अजय माकन बनाए गए हैं.
- स्क्रीनिंग कमिटी में परिणीति शिंदे, इमरान प्रतापगढ़ी और कुणाल चौधरी सहित तीन सदस्य शामिल हैं.
- बिहार कांग्रेस में सात पदेन सदस्य बनाए गए हैं जिनमें प्रमुख नेता और पूर्व अध्यक्ष शामिल हैं.
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. इसे लेकर सभी दल अपनी रणनीति तैयार करने में जुटे हैं. कांग्रेस इस चुनाव में अपनी खोई जमीन पाने को लेकर एड़ी-चोटी का परिश्रम कर रही है. कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सहित कई राष्ट्रीय नेता लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं. इस बीच, बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस ने स्क्रीनिंग कमिटी गठित की है, जिसका चेयरमैन अजय माकन को बनाया गया है. कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि इस स्क्रीनिंग कमिटी में तीन सदस्य होंगे, जिसमें परिणीति शिंदे, इमरान प्रतापगढ़ी और कुणाल चौधरी शामिल हैं. इनके अलावा मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक कुणाल चौधरी को स्क्रीनिंग कमिटी का सदस्य बनाया गया है.
अजय माकन पहले भी रह चुके हैं स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन
अजय माकन को इससे पहले पार्टी ने हरियाणा, छत्तीसगढ़ और पंजाब विधानसभा चुनाव में स्क्रीनिंग कमिटी की कमान सौंपी थी लेकिन नतीजे कांग्रेस के पक्ष में नहीं रहे . बिहार की स्क्रीनिंग कमिटी में कांग्रेस ने सामाजिक समीकरण का ध्यान रखते हुए ब्राह्मण के साथ मुस्लिम, दलित और ओबीसी समाज से आने वाले नेता को शामिल किया हैं.
बहरहाल अभी तक बिहार के इंडिया गठबंधन में यह तय नहीं है कि कांग्रेस कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस को पचास से पचपन सीटें मिल सकती हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दो सौ तैंतालीस में से सत्तर सीटों पर चुनाव लड़कर केवल उन्नीस सीटें जीती थी.
नव गठित बिहार स्क्रीनिंग कमिटी के एक सदस्य में एनडीटीवी से कहा कि पहले कांग्रेस की सीटें तय होंगी इसके बाद ही स्क्रीनिंग कमिटी का काम शुरू होगा. कांग्रेस की चुनाव स्क्रीनिंग कमिटी उम्मीदवारों की छाँटनी कर अंतिम सूची पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को भेजती है जिसकी बैठक में आख़िरी मुहर लगाती है.
7 पदेन सदस्य में बिहार कांग्रेस के कई नेता
इसके अलावा सात पदेन सदस्य भी बनाये गए हैं, जिसमें बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारु, राजेश कुमार, कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, देवेंद्र यादव, शाहनवाज आलम और सुशील कुमार पासी को शामिल किया गया है. यह कमेटी कांग्रेस के उम्मीदवारों के चयन में महती भूमिका निभाएगी.
उल्लेखनीय है कि विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी राजद के साथ मिलकर लगातार रणनीति बना रही है. इसके तहत महागठबंधन में शामिल घटक दलों की लगातार बैठक हो रही है. इसके लिए एक समन्वय समिति बनाई गई है जिसके प्रमुख तेजस्वी यादव हैं.
सीमांचल से लेकर बेगूसराय तक RJD से फंसा पेंच
बिहार में कांग्रेस की कोशिश साथ सीटें हासिल करने की है. पार्टी की नज़र मजबूत सीटों पर है. हालांकि सीमांचल से लेकर बेगूसराय तक आरजेडी के साथ कई सीटों पर उसकी बातचीत उलझी हुई है. दूसरी तरफ सीपीआईएमएल पिछली बार से ज़्यादा सीटें माँग रही है. जाहिर है इंडिया गठबंधन में सीटों का बंटवारा आसानी से नहीं होने वाला. हालाँकि एक कांग्रेस सूत्र के मुताबिक़ अगस्त में सीटों को लेकर सहमति बन जाएगी और इसके फौरन बाद एलान कर दिया जाएगा.
कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा सीटों की तैयारी में
इधर, कांग्रेस इस चुनाव में अधिक से अधिक सीट पर उम्मीदवार उतारना चाह रही है. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है. बताया जाता है कि बिहार कांग्रेस 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में लड़ी गई सीटों को आधार बनाकर अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रही है.
कांग्रेस ने सीटों को कई श्रेणियों में भी बांटा है
जानकारी के मुताबिक, सहयोगी दलों से सीटें लेने में पार्टी को परेशानी न हो, इसके लिए पार्टी ने संभावित लड़ी जाने वाली सीटों को विभिन्न श्रेणियों में बांटा है. पहली श्रेणी में वे सीटें हैं जहां 2015 और 2020 में उसके उम्मीदवार जीते थे. दूसरी श्रेणी में वे सीटें रखी गई हैं जहां पार्टी पिछले दो चुनावों में दूसरे स्थान पर रही थी.
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