- कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक आजादी के बाद पहली बार बिहार में पटना के सदाकत आश्रम में आयोजित हो रही है.
- बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल, सोनिया गांधी सहित 170 से अधिक नेता हिस्सा ले रहे हैं.
- इंडिया गठबंधन के लिए ये बैठक बिहार में सीट बंटवारे और गठबंधन की एकजुटता को मजबूत करने का महत्वपूर्ण अवसर है.
कांग्रेस पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की एक ऐतिहासिक बैठक बुधवार को बिहार की राजधानी पटना में होने जा रही है. आजादी के बाद पहली बार बिहार की धरती पर होने वाली यह बैठक पार्टी के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है. पटना के सदाकत आश्रम में हो रही यह बैठक न केवल बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की रणनीति तय करेगी, बल्कि पूरे देश में भाजपा के खिलाफ एक मजबूत संदेश देने का काम भी करेगी. इस बैठक में कांग्रेस के सभी बड़े दिग्गज नेता शामिल होंगे, जिनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल जैसे नाम प्रमुख हैं.
दिग्गज नेताओं का जुटान
पटना में हो रही इस महत्वपूर्ण बैठक में 170 से अधिक नेता हिस्सा लेंगे. इनमें कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, कर्नाटक के सिद्धारमैया, तेलंगाना के रेवन्त रेड्डी और हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुक्खू भी शामिल हैं. इनके अलावा, वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत, सचिन पायलट और शशि थरूर जैसे अनुभवी चेहरे भी बैठक में मौजूद रहेंगे.
इन सभी नेताओं के पटना पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. एयरपोर्ट से लेकर सदाकत आश्रम तक, सड़कों पर पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं, जो इस बैठक की अहमियत को दर्शाते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का जोरदार स्वागत हुआ, जिसमें कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और उनका अभिनंदन किया.
मीटिंग में किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस बैठक को 'ऐतिहासिक' बताते हुए भाजपा पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने भाजपा पर 'स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR)' प्रक्रिया में गड़बड़ी करके 'वोट चोरी' करने का आरोप लगाया है. वेणुगोपाल ने कहा कि भाजपा चुनावी धांधली से लोकतंत्र को कमजोर कर रही है. उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव द्वारा निकाली गई 'वोटर अधिकार यात्रा' की सराहना की, जिसने चुनावी धांधली के खिलाफ लोगों को जागरूक किया.
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य भाजपा की इन नीतियों का मुकाबला करने के लिए एक मजबूत रणनीति बनाना है. कांग्रेस नेता अलका लांबा ने भी कहा कि बैठक में बेरोजगारी, महंगाई, महिला सुरक्षा और चुनावी सुधार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किए जाएंगे.
इंडिया गठबंधन और सीटों का तालमेल
यह बैठक सिर्फ कांग्रेस के लिए ही नहीं, बल्कि 'इंडिया' गठबंधन के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है. कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय ने कहा कि यह बैठक बिहार में कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने और गठबंधन की एकजुटता को प्रदर्शित करने का एक बड़ा मंच है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की 'वोट चोरी' यात्रा ने बिहार में जबरदस्त प्रभाव छोड़ा है, और अब हमारा लक्ष्य बिहार में गठबंधन की सरकार बनाना है.
एनडीए के आरोपों का जवाब देते हुए सहाय ने कहा कि राजद और कांग्रेस दोनों ही बिहार में मजबूत पार्टियां हैं और गठबंधन में सभी दल मिलकर काम करेंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि जहां राजद का प्रभाव होगा, वहां कांग्रेस के कार्यकर्ता उनका साथ देंगे और जहां कांग्रेस मजबूत होगी, वहां राजद का सहयोग मिलेगा. इस बैठक में इंडिया गठबंधन के साथ सीट बंटवारे की रणनीति को भी अंतिम रूप दिया जा सकता है, जो आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन की जीत के लिए बेहद जरूरी है.
सदाकत आश्रम: विरासत और भविष्य का संगम
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने बताया कि यह बैठक पार्टी के प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में हो रही है, जो अपने आप में एक प्रतीकात्मक कदम है. उन्होंने कहा, 'यह वह पल है जब कांग्रेस अपने गौरवपूर्ण अतीत को बिहार और देश के भविष्य की विजय से जोड़ेगी.'
सदाकत आश्रम स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है और महात्मा गांधी से लेकर डॉ. राजेंद्र प्रसाद तक, कई बड़े नेताओं की यादें इससे जुड़ी हैं. यह बैठक एक बार फिर यह संदेश दे रही है कि कांग्रेस अपनी पुरानी विरासत को लेकर आगे बढ़ रही है. केसी वेणुगोपाल ने भी अपने बयान में महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह और डॉ. राजेंद्र प्रसाद की भूमिका का जिक्र करते हुए बिहार के महत्व पर जोर दिया.
सियासी मायने और आगे की राह
कांग्रेस की यह बैठक बिहार की राजनीति में एक नया अध्याय लिख सकती है. यह न केवल पार्टी को मजबूत करेगी, बल्कि 'इंडिया' गठबंधन को भी एक नई दिशा देगी. भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि भाजपा खुद बैसाखियों के सहारे चल रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को घेरने के लिए विपक्ष पूरी तरह से मजबूत है. प्रियंका गांधी वाड्रा का महिलाओं के साथ संवाद कार्यक्रम भी इस बैठक के बाद शुरू हो रहा है, जो महिलाओं के मुद्दों पर पार्टी की गंभीरता को दर्शाता है.
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