चुनाव से पहले कांग्रेस का दलित कार्ड! अखिलेश सिंह की जगह राजेश कुमार को सौंपी बिहार अध्यक्ष की कमान

चुनाव से कुछ महीने पहले कांग्रेस ने भूमिहार जाति से आने वाले अखिलेश प्रसाद सिंह की जगह दलित समुदाय से ताल्लुक रखने रखने वाले राजेश कुमार को बिहार की कमान सौंपी है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
पटना:

कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले मंगलवार को अपनी राज्य इकाई में बड़ा बदलाव करते हुए राजेश कुमार को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है. वो राज्यसभा सदस्य अखिलेश प्रसाद सिंह की जगह लेंगे. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विधायक राजेश कुमार को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया.

कांग्रेस आलाकमान चुनावी साल में बिहार को लेकर एक के बाद एक बड़े फैसले ले रहा है. हाल की में बिहार प्रभारी को बदलने के बाद कन्हैया कुमार की पद यात्रा कराना और अब प्रदेश अध्यक्ष को ही बदल दिया गया.

चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी ने भूमिहार जाति से आने वाले अखिलेश प्रसाद सिंह की जगह दलित समुदाय से ताल्लुक रखने रखने वाले राजेश कुमार को बिहार की कमान सौंपी है. यह बदलाव ऐसे समय किया गया है जब कृष्णा अल्लावरू को बिहार का प्रभारी बनाए जाने और कन्हैया कुमार की अगुवाई में 'नौकरी दो, पलायन रोको' यात्रा शुरू किए जाने से अखिलेश सिंह के असहज होने की खबरें थीं.

इस बात की चर्चा काफी दिनों से चल रही थी कि अखिलेश सिंह पार्टी से नाराज चल रहे हैं. कन्हैया कुमार को बिहार में बिना प्रदेश अध्यक्ष से पूछे उतार देना उनको खल गया था.

कन्हैया कुमार से ना सिर्फ महागठबंधन की दूसरी पार्टी, बल्कि खुद कांग्रेस के भी कई नेता उनका बिहार में आना पसंद नहीं कर रहे हैं. अखिलेश सिंह की नाराजगी इस हद तक थी कि 12 मार्च को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की समीक्षा बैठक तक रद्द करनी पड़ी और अब अखिलेश सिंह को पद से भी हटना गवारा हो गया.

अखिलेश प्रसाद सिंह के राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद के साथ अच्छे रिश्ते हैं. वह कभी राजद का हिस्सा हुआ करते थे. वो 2022 में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने थे.

दलित समुदाय से आते हैं राजेश कुमार

राजेश कुमार औरंगाबाद जिले की कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वह 2015 और 2020 में विधायक निर्वाचित हुए. राजेश कुमार दलित समुदाय से आते हैं. इन्हें बिहार की कमान देकर कांग्रेस एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश कर रही है. वहीं बिहार में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने की जिम्मेदारी नए प्रभारी कृष्णा अल्लावरु को दी गई है. अल्लावरु ने पार्टी को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है.

बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव संभावित है.

Featured Video Of The Day
National Highway Act में संशोधन की तैयारी, NHBF ने किया सरकार की पहल का स्वागत