बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को भागलपुर की रैली में लालू-राबड़ी शासनकाल में हुए दंगों का जिक्र करते हुए जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 2005 में हमलोग सत्ता में आए थे. उसके पहले बिहार की क्या हालत थी. शाम के बाद कोई घर से नहीं निकलता था और समाज में काफी विवाद होता था.
मुस्लिमों का वोट लेते थे और झगड़ा करवाते रहते थे - नीतीश कुमार
सीएम ने अपने छोटे भाषण के दौरान दो बार हिंदू-मुस्लिम का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पहले शासन करने वाले लोग हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा करवाते थे. वोट मुस्लिम का ले लेते थे, लेकिन झगड़ा करवाते रहते थे. राज्य में अब प्रेम भाईचारे का माहौल है. अब कहीं भी हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा नहीं होता है.
नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा शुरू से ही कृषि पर जोर देने का लक्ष्य रहा है. बिहार में रोडमैप बनाकर कृषि के विकास के लिए काम किया गया. यह मैप लागू करने से कृषि का विकास हुआ है. इसके अलावा दूध, अंडा और मछली का उत्पादन भी बढ़ा है. पहले हम मछली दूसरे राज्यों से मंगवाते थे और अब हम आत्मनिर्भर हो गए हैं.
बिहार के विकास में सहयोग कर रहे हैं पीएम मोदी - सीएम नीतीश
नीतीश कुमार ने साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का विकास हो रहा है और बिहार के विकास में सहयोग मिल रहा है. केंद्रीय बजट की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में मखाना बोर्ड, ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की स्थापना, पश्चिमी कोसी नगर के लिए वित्तीय सहायता, प्रसंस्करण संस्थान की स्थापना का ऐलान किया गया है. सीएम ने कहा कि बिहार को पिछले केंद्रीय बजट में भी काफी कुछ दिया गया था.
बिहार के 76 हजार से अधिक किसानों को सम्मान निधि से लाभ
उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि बिहार से देश भर के किसानों के लिए किसान सम्मान निधि की राशि उनके खाते में भेजी जा रही है. इसमें बिहार के 76 हजार से अधिक किसान शामिल हैं.
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर के किसानों को खुशियों की सौगात देते हुए पीएम किसान सम्मान योजना की 19वीं किस्त जारी की. इसके तहत 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को 21,500 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय सहायता दी गई. इसके अलावा भी कई योजनाओं की सौगात मिली.