बिहार के चर्चित शिक्षक खान सर को शुक्रवार देर शाम पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिया और उन्हें गर्दनीबाग थाने ले जाया गया. उनके साथ छात्र नेता दिलीप भी हिरासत में लिए गए. इस घटना से बीपीएससी अभ्यर्थियों में आक्रोश बढ़ गया है. वहीं, BPSC की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि नॉर्मलाइजेश लागू नहीं किया जाएगा.
यह अनिश्चितकालीन धरना: खान सर
खान सर ने प्रशासन पर सख्त तेवर अपनाते हुए कहा कि चाहे लाठीचार्ज हो या जेल, लेकिन जब तक नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया वापस नहीं ली जाएगी, आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने ऐलान किया कि यह अनिश्चितकालीन धरना है और वे अभ्यर्थियों के साथ खड़े रहेंगे. मीडिया से बातचीत में खान सर ने अभ्यर्थियों की मांगों को सही ठहराया. उन्होंने कहा कि आवेदन प्रक्रिया के दौरान भी अभ्यर्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा था.
खान सर ने कहा कि फॉर्म भरने की अंतिम तारीख से पहले सर्वर डाउन हो गया, जिससे लगभग 80,000 उम्मीदवार फॉर्म नहीं भर सके. उन्होंने प्रशासन से इनके लिए अलग से व्यवस्था की मांग की. बीपीएससी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कहा कि संस्थान में गड़बड़ी चल रही है और डीएसपी व एसडीएम की सीटें बेची जा रही हैं. नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया से अभ्यर्थियों को नुकसान होगा. परीक्षा में एक जैसे प्रश्नपत्र होने चाहिए, ताकि सभी को समान अवसर मिले. आंदोलन अब और तेज होता दिख रहा है और अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं.
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की क्या है मांगें
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की मांग है कि नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होना चाहिए. छात्रों ने 'वन शिफ्ट, वन पेपर' की मांग की है. प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी 70वीं बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा को पिछले वर्षों की तरह ही आयोजित करने की मांग कर रहे हैं. साथ ही परीक्षा प्रक्रिया को सामान्य बनाने की मांग कर रहे हैं. वे मांग कर रहे हैं कि आयोग वही परीक्षा प्रक्रिया अपनाए जो निष्पक्षता और एकरूपता के लिए अपनाई जाती रही है.
पटना में बीपीएससी कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अभ्यर्थियों ने पटना में बीपीएससी कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों ने शहर में बेली रोड को भी जाम कर दिया. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने और व्यवस्था बहाल करने के लिए लाठीचार्ज किया.