बिहार के मुंगेर में खेल मैदान के उद्घाटन के शिलापट में नाम नहीं रहने पर बीजेपी विधायक प्रणव कुमार भड़क गए. विधायक ने जन प्रतिनिधि की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए मनरेगा पीओ को जमकर खरी खोटी सुनाते हुए वरीय अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को कर दिया फोन. इसके बाद आननफानन में मजदूरों को बुलाकर शिलापट्ट तोड़कर वहां से हटाया गया.
मुंगेर में खेल मैदान का उद्घाटन होना था और उद्घाटन को लेकर पंडाल भी बनाए गए थे, शिलापट्ट भी लगाए गए थे. लेकिन अचानक मजदूरों को बुलाकर शिलापट्ट को तोड़कर वहां से हटा दिया गया और उद्घाटन की तिथि को आगे बढ़ा दिया गया.
दरअसल, यह पूरा मामला मुंगेर के सदर प्रखंड के मय पंचायत का है. 9 लाख 59 हजार की लागत से खेल मैदान बना था और खेल मैदान के उद्घाटन की सूचना मिलने पर मुंगेर के भाजपा विधायक प्रणव कुमार अपने समर्थकों के साथ खेल मैदान पहुंचे, जहां उद्घाटन के शिलापट्ट पर किसी जन प्रतिनिधि का नाम नहीं देखकर वह आग बबुला हो गए, इस बीच विधायक ने जन प्रतिनिधि की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए मनरेगा पीओ को जमकर खरी खोटी सुनाते हुए वरीय अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक को फोन कर दिया.
विधायक ने स्पष्ट कहा कि अधिकारी साजिश के तहत जन प्रतिनिधि की उपेक्षा कर रहे हैं. विधायक के विरोध के बीच उद्घाटन का शिलापट्ट तोड़ दिया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक को काफी मान मनोबल कर उद्घाटन की तिथि को आगे बढ़ा दिया गया, जो अब 8 जून को खेल मैदान का उद्घाटन होगा.