Bihar Voter List: मगध में कटे सबसे कम मतदाताओं के नाम, NDA के मुकाबले महागठबंधन का रहा है दबदबा

चुनाव आयोग की ओर से मतदाताओं की नई सूची से पता चलता है कि पटना, जहानाबाद, औरंगाबाद, अरवल, गया, नवादा और नालंदा में कुल 6.98 फीसदी मतदाताओं के नाम कटे हैं. इस इलाके में 2020 में महागठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की थी.

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बिहार में वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के पहले चरण में 65 लाख से ज्‍यादा वोटरों के नाम कट गए. (फाइल फोटो)

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  • बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण के बाद कुल 65 लाख से अधिक वोटरों के नाम सूची से हटा दिए गए हैं.
  • मगध क्षेत्र में सबसे कम मतदाताओं के नाम कटे हैं, जहां NDA के मुकाबले चुनाव में महागठबंधन का दबदबा रहा था.
  • पटना, जहानाबाद, औरंगाबाद, अरवल, गया, नवादा और नालंदा में कुल 6.98 प्रतिशत मतदाताओं के नाम कटे हैं.
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नई दिल्‍ली :

बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर के सियासी बयानबाजी अपने चरम पर है तो वहीं आज चुनाव आयोग ने ड्राफ्ट रोल जारी कर दिया है. इसके मुताबिक बिहार में 65 लाख से अधिक वोटरों का नाम कटा है. हालांकि विपक्ष के दावों के विपरीत एनडीए के दबदबे वाले इलाके में सबसे अधिक मतदाताओं के नाम कटे हैं. आंकड़ों के क्षेत्रवार विश्लेषण से पता चला है कि मगध के इलाके में सबसे कम मतदाताओं के नाम सूची से बाहर हुए हैं. यहां पर एनडीए के मुकाबले में महागठबंधन का दबदबा रहा है.

चुनाव आयोग की ओर से मतदाताओं की नई सूची से पता चलता है कि पटना, जहानाबाद, औरंगाबाद, अरवल, गया, नवादा और नालंदा में कुल 6.98 फीसदी मतदाताओं के नाम कटे हैं. इस इलाके में 2020 में महागठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की थी. इलाके की 47 में से 30 सीटें महागठबंधन के पाले में आई थी, वहीं एनडीए को महज 17 सीटों पर जीत मिली थी.

कहां कितने नाम कटे, किसने कितनी सीटें जीतीं

  • पटना में 7.8 % मतदाताओं के नाम कटे हैं. पटना की 14 में से 9 सीटें महागठबंधन और 5 सीटें एनडीए ने जीती थीं.
  • जहानाबाद में 6.36 % मतदाताओं के नाम कटे हैं. जहानाबाद की 3 की तीनों सीटें महागठबंधन ने जीती थी.
  • औरंगाबाद में 8.3 फीसदी मतदाताओं के नाम कटे हैं. औरंगाबाद की सभी 6 सीटें महागठबंधन ने जीती थी.
  • अरवल में 5.57% मतदाताओं के नाम कटे हैं. अरवल की दोनों सीटें महागठबंधन की झोली में आई थी.
  • गया में 7.8 % मतदाताओं के नाम कटे हैं, गया की दस में से 5- 5 सीटें दोनों गठबंधनों के हिस्से आई थी.
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में 5.9% मतदाताओं के नाम कटे हैं. यहां 6 सीटें एनडीए और एक सीट महागठबंधन के खाते में आई थी.

राज्‍य में 65 लाख से ज्‍यादा मतदाता हो गए कम

बता दें कि बिहार में पहले कुल मतदाताओं की संख्‍या 7 करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 थी. हालांकि अब यह संख्‍या घटकर 7 करोड़ 24 लाख 5 हजार 756 रह गई है. निर्वाचन आयोग के वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के पहले चरण में बिहार में कुल 65 लाख 64 हजार 75 वोटरों के नाम कट गए हैं. बिहार में इसी साल चुनाव होने हैं. ऐसे में विपक्ष मतदाता सूची पुनरीक्षण का लेकर सवाल उठा रहा है. 

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