- नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद नवंबर में 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है
- बिहार राज्य नागरिक परिषद के महासचिव अरविंद कुमार ने नीतीश कुमार को दस बार मुख्यमंत्री बनने पर उन्हें बधाई दी
- नीतीश कुमार ने 1977 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा था और 2005 में पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे
नीतीश कुमार ने 20 नवंबर को बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल कर 10वीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी. बीजेपी और जेडीयू की अगुवाई में एनडीए को इस बार 202 सीटों का प्रचंड बहुमत मिला है. नई सरकार बनाने के बाद से ही नीतीश कुमार को बधाई देने का जो सिलसिला शुरू हुआ वो अब तक जारी है. बिहार राज्य नागरिक परिषद के महासचिव अरविंद कुमार उर्फ छोटू सिंह ने भी नीतीश कुमार से मुलाकात कर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं.
उन्होंने लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, के द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई देने के अवसर पर मां कामाख्या की चुनरी और महाकाल का पवित्र प्रसाद भेंट किया.
बिहार राज्य नागरिक परिषद के महासचिव ने कहा कि बिहार गौरवान्वित है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं.
बीच के जीतन राम मांझी के लगभग डेढ़ साल के कार्यकाल को छोड़ दें तो नीतीश कुमार पिछले 20 सालों से बिहार के मुख्यमंत्री हैं.
नीतीश कुमार ने 1977 में पहली बार लड़ा था विधानसभा चुनाव
बता दें कि नीतीश कुमार ने 1977 में पहली बार हरनौत से बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन तब वो हार गए थे. फिर 1980 में भी उन्हें 5 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़े था. लेकिन 1985 में करो या मरो के मुलाबले में वो 22 हजार वोटों से जीत गए और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा.
2005 में पहली बार बिहार के सीएम बने नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने फिर 1989 में बाढ़ सीट से पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा. बाद में जनता दल में बिखराव के बीच उन्होंने शरद यादव और अन्य नेताओं के साथ 2003 में जनता दल यूनाइटेड बनाई. 1998-1999 की केंद्र सरकार में नीतीश कुमार रेल मंत्री बने. फिर वो 2001 से 2004 तक कृषि मंत्री रहे. 2004 में वो नालंदा लोकसभा से चुनाव जीते, लेकिन अटल सरकार सत्ता से चली गई, फिर 2005 में वो पहली बार बिहार के सीएम बने.














