Madhubani Viral Video: महाकुंभ का क्रेज ऐसा चढ़ा है कि पूरब से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण भारत के लोग किसी भी तरह स्नान करने के आतुर हैं. कोई ट्रेन से पहुंच रहा है तो कोई अपनी कार या बस से. कई फ्लाइट से भी पहुंच रहे हैं. मगर सब में एक चीज कॉमन है. वो है भीड़. सड़कों पर जाम लगा है तो फ्लाइट के टिकट भी आसमान छू रहे हैं.फिर भी लोग जा रहे हैं और वहां भी भीड़ है. ट्रेनों में तो चढ़ने के लिए लोगों को जान दांव पर लगानी पड़ रही है. क्या जनरल, क्या स्लीपर और क्या एसी बोगी. जिसे जहां जगह मिल रही है, चढ़ जा रहा है. भीड़ इतनी है कि टीटीई साहब बोगी के अंदर तक नहीं घुस पा रहे. टिकट क्या चेक करेंगे. मधुबनी रेलवे स्टेशन का एक वीडियो वायरल है.
मधुबनी रेलवे स्टेशन पर क्या हुआ?
इसमें एक महिला एसी बोगी में खिड़की के पास बैठी है और अचानक बोगी के शीशे पर कोई पैर से मारने लगता है. महिला का चेहरा घबराहट से पीला पड़ने लगता है. अगल-बगल बैठे लोग भी कुछ नहीं समझ पाते. तभी शीशा टूट जाता है. महिला को चोट लगती है और उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है. वो चिल्ला-चिल्लाकर सभी को डांटने लगती है. उसके चिल्लाने का असर ये होता है कि शीशा तोड़ने वाली भीड़ वहां से धीरे से खिसक जाती है. वहीं ट्रेन के बाहर प्लेटफॉर्म पर खड़ी कुछ महिलाएं और पुरुष उसे टोकते हैं. मगर महिला उनको भी खूब बुरा-भला कहती है. महिला के साथ बैठ लोग भी उसे शांत कराने का प्रयास करते हैं, मगर महिला का पारा ठंडा नहीं होता और प्लेटफॉर्म पर उसकी बोगी के पास खड़े लोग वहां से हटने में ही अपनी भलाई समझते हैं. ये महिला के गुस्से का ही रिजल्ट होता है कि कोई उस टूटे खिड़की में से अंदर बोगी में दाखिल नहीं होता. वरना दाखिल होने वाले को भी चोट लग सकती थी.
बाद में महिला ने बताया कि ये घटना मधुबनी रेलवे स्टेशन पर स्वतंत्रता सेनानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस के B 3 कोच में हुई. महिला के साथ में बैठे अवधेश कुमार ने बताया कि वो लोग मधुबनी से प्रयागराज जा रहे हैं. शीशा तोड़ने वालों को भी मधुबनी से प्रयागराज जाना था. पैसेंजर गेट बंद कर देते हैं तो चढ़ने वाले पैसेंजर ट्रेन में दाखिल कैसे होंगे? रेल प्रशासन और जीआरपी की ये विफलता है. इसी कारण से श्रद्धालुओं ने बाहर से शीशा तोड़ दिया.
मगर कहानी इतनी भर नहीं है. बाद में पता चला कि इस ट्रेन की कई एसी बोगियों का शीशा यात्रियों ने तोड़ दिया.यात्रियों ने इसकी सूचना समस्तीपुर आरपीएफ को दी. इस दौरान करीब एक घंटे तक समस्तीपुर स्टेशन पर ट्रेन खड़ी रही. मधुबनी से यात्रा कर रहे अमरनाथ झा ने बताया कि अपने परिवार के लोगों के साथ दिल्ली जा रहे हैं. स्थिति यह रही कि साथ में यात्रा कर रहे छोटे-छोटे बच्चे डर के मारे चीखने-चिल्लाने लगे. इस दौरान सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं था. मालती झा ने बताया कि यात्रियों की भीड़ देखते हुए रेलवे की ओर से पूर्व से कोई तैयारी नहीं कर रखी गई है. इसी का नतीजा है कि यात्रियों को यात्रा करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बाद में समस्तीपुर स्टेशन से बिना मरम्मत के ही खुले शीशे में ही ट्रेन को रवाना कर दिया गया.
बोगी का शीशा तोड़ने में 2 गिरफ्तार
घटना का वीडियो वायरल हुआ तो रेलवे पर भी दबाव बना. तोड़फोड़ करने वालों को ढूंढा जाने लगा. मंगलवार को बिहार के मधुबनी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पर पथराव करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. समस्तीपुर मंडल रेल प्रबंधक विनय श्रीवास्तव ने बताया कि यह घटना सोमवार देर रात उस समय हुई, जब दिल्ली जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस मधुबनी स्टेशन पहुंची. उन्होंने कहा, ‘‘ स्टेशन खचाखच भरा हुआ था और बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज में जारी महाकुंभ में जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे.चूंकि जनरल और एसी के डिब्बे पूरी तरह भरे हुए थे, इसलिए कई यात्रियों ने एसी डिब्बे में घुसने की कोशिश की, जिसके बाद यात्रियों ने दरवाजे अंदर से बंद कर लिए.''
डीआरएम ने कहा, ‘‘ इसके कारण बाहर मौजूद भीड़ में गुस्सा भड़क गया. लोगों ने डिब्बे पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया और खिड़कियों के शीशे तोड़ने लगे.'' रेलवे सुरक्षा बल के हस्तक्षेप के बाद स्थिति पर काबू पाया गया. श्रीवास्तव ने बताया कि जब ट्रेन समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो यात्रियों ने शिकायत दर्ज कराई. डीआरएम ने कहा, ‘‘रेलगाड़ी समस्तीपुर से रवाना हुई, जिसके बाद आरपीएफ ने मधुबनी में अभद्र व्यवहार करने के आरोपी दो लोगों को हिरासत में लिया. ''