- प्रशांत किशोर ने नालंदा में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला किया.
- उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चुनाव से पहले झूठे नियुक्ति पत्र बांट रहे हैं.
- किशोर ने जनता की इच्छा का समर्थन करते हुए बदलाव की मांग की.
- उन्होंने तेजस्वी यादव पर भी हमला बोला और लोगों से उनके झांसे में न पड़ने की अपील की.
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शनिवार को मुख्यमंत्री के गढ़ नालंदा में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर खूब हमला बोला. अपने 'बिहार बदलाव यात्रा' के तहत नालंदा जिले के एकंगसराय में आयोजित जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की. कहा कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री झूठा नियुक्ति पत्र बांट रहे हैं, लेकिन अब बिहार की जनता सब समझती है. जनता बदलाव चाहती है, अफसर राज से मुक्ति चाहती है. उन्होंने कहा, 'इस बार बिहार की जनता और उनके साथ-साथ नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा की जनता ने भी उनकी विदाई की तैयारी कर ली है.'
इसके साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा, 'तेजस्वी यादव का कलम बांटना वैसा ही है, जैसे जंगल में शेर दूध बांटने लगे. अगर जंगल में शेर दूध बांटता है तो इसका मतलब है कि वो दूध दिखाकर आपका शिकार करने वाला है. उन्होंने कहा, 'इसी तरह तेजस्वी यादव कलम दिखाकर बिहार की जनता को बर्बाद करने वाले हैं. तेजस्वी यादव कलम वाले लोग नहीं हैं, ये सब कट्टा वाले लोग हैं.'
'मोदीजी भी आएं तो नीतीश चचा को वोट नहीं दीजिएगा'
मुख्यमंत्री के गृहजिले में प्रशांत किशोर की जनसभा में बड़ी संख्या में लोग जुटे थे. कभी BJP के चुनावी रणनीतिकार रहे PK ने नालंदा के लोगों से कहा कि इस बार प्रधानमंत्री मोदीजी भी नीतीश चचा के लिए वोट मांगने आएं तो मत दीजिएगा.
प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार, दोनों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि वोट बिहार के लोगों का है, इसलिए फैक्ट्री भी बिहार में लगनी चाहिए. उन्होंने लोगों से पूछा कि फैक्ट्री गुजरात में लगनी चाहिए या बिहार में, तो लोगों ने एक स्वर में कहा कि फैक्ट्री अब गुजरात में नहीं, बल्कि बिहार में लगनी चाहिए.
प्रशांत किशोर ने जब लोगों से पूछा कि क्या वे नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं या इस बार उन्हें बाय-बाय कहना चाहते हैं तो वहां मौजूद हजारों समर्थकों ने हाथ उठाकर कहा कि इस बार नीतीश कुमार को बाय-बाय कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस बार बिहार में जनता का राज स्थापित होना चाहिए, न कि लालू, नीतीश या मोदी का राज होना चाहिए.