बिहार से चोरी की गजब-गजब घटनाएं पहले भी आती रही हैं. यहां मोबाइल टावर, रेलवे पटरी, पुल के साथ-साथ रेलवे बैगन से इंजन तक की चोरी की घटनाएं सामने आ चुकी है. लेकिन अभी बिहार से चोरी की एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने बिहार पुलिस के इकबाल पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए. दरअसल बिहार में एक दारोगा को थाने से जीप की चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मामला बिहार के बेगूसराय जिले का है. जहां मटिहानी थाने से बीते दिनों एक जीप की चोरी हुई थी. बाद में जांच में दारोगा की करतूत सामने आई. फिर दारोगा सहित थाने के प्राइवेट ड्राइवर और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
अब तसल्ली से जानिए क्या है पूरा मामला
थाने से जीप की चोरी की इस घटना को समझने के लिए पहले 7 फरवरी पर चलना होगा. 7 फरवरी की सुबह में मटिहानी-बेगूसराय सड़क पर बदलपुरा के समीप कमांडर जीप ने दो छात्रों को कुचल दिया था. जिसमें से एक छात्रा रामपुर बसवन निवासी बबलू ठाकुर की पुत्री सिम्मी कुमारी की मौत हो गई थी. घटना से आक्रोशित लोगों ने टक्कर मारने वाले कमांडर जीप (BR9B-9787) और उसके ड्राइवर को पकड़ लिया था.
जांच में ड्राइवर के नाबालिग पाए जाने के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया. जबकि जीप को जब्त कर मटिहानी थाना परिसर लगा दिया गया था. टक्कर मारने वाली इसी जीप पर हादसे में हताहत हुई दोनों छात्राओं की साइकिल भी लदी थी.
थाने से चोरी हुई जीप अच्छे कंडीशन में थी
टक्कर मारने वाली जीप अच्छे कंडीशन में थी. साथ ही इस हादसे में एक छात्रा की मौत भी हो चुकी है. मतलब केस गंभीर हो चुका था. ऐसे में थाने में तैनात दारोगा, थाने की गाड़ी को चलाने वाले प्राइवेट ड्राइवर सहित दो अन्य ने इस जीप को गायब करने की साजिश रची. उस समय मटिहानी थाने में कार्यरत पुलिस अवर निरीक्षक सुजीत कुमार का ट्रांसफर बेगूसराय हो गया था.
फोटो कैप्शन- टक्कर मारने वाली जीप, जिसकी चोरी हुई.
27 फरवरी की रात कबाड़ से लाई गाड़ी लगाकर चुराई जीप
ऐसे में दारोगा सुजीत भी इस साजिश में शामिल हो गए. फिर तय प्लानिंग के तहत 27 फरवरी की रात में दारोगा सुजीत कुमार, मटिहानी निवासी मुकुन्दं उर्फ कारी सिंह, अमित कुमार उर्फ गोनू और मटिहानी थाने के प्राइवेट ड्राइवर मोहम्मद जाकिर कैंपस में पहुंचा. इन लोगों वहां लगी अच्छी जीप को हटा दिया गया. उसके स्थान पर कबाड़ी से लाकर एक कमांडर जीप लगा दी गई.
इन लोगों ने कबाड़ से लाई गई खर्टारा गाड़ी का नंबर चेंज कर कर चोरी करने वाली जीप का नंबर (BR9B-9787) लगा दिया. पूरे मामले को निपटाने के बाद इन लोगों को लगा कि अब सब कुछ फिनिश हो गया था, किसी को कुछ पता नहीं चलेगा. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
फोटो कैप्शन- अच्छी जीप को हटाकर कबाड़ से लगाकर लगाई गई खर्टारा गाड़ी. नबंर वहीं.
डीएसपी ने सीसीटीवी चेक कर खोला राज
1 मार्च को लोगों ने जब थाने में बदली हुई जीप देखी तो मामले की शिकायत की गई. फिर सूचना मिलते ही सदर-टू डीएसपी भास्कर रंजन मौके पर पहुंचे. और मटिहानी थाने में लगे सीसीटीवी की जांच की गई. उसमें पुलिस पदाधिकारी सुजीत कुमार के सामने कमांडर गायब करने का खुलासा हुआ. इसके बाद डीएसपी ने सुजीत को नगर थाना से मटिहानी थाना में बुलाया गया.
थाने पहुंचते ही सुजीत से लिया गया हथियार
डीएसपी के बुलावे पर जब दारोगा सुजीत मटिहानी थाने पहुंचे तो उन्हें लगा कि वहां लंबे समय तक रहा हूं हो सकता है कि किसी केस के जांच के लिए बुलाया गया होगा. लेकिन वहां पहुंचते ही मामला कुछ और निकला. दारोगा सुजीत वर्दी में ही थाने पर पहुंचा. डीएसपी ने उसका रिवाल्वर और बेल्ट उतरवा दिया. इसके बाद हाजत में बंद करके जब कड़ाई से पूछताछ होते ही सुजीत कुमार टूट गया और उसने पूरा खुलासा कर दिया.
फोटो कैप्शन- थाने से जीप चोरी के आरोप में गिरफ्तार दारोगा सुजीत कुमार.
चोरी की घटना में शामिल अन्य बदमाशों को किया गया गिरफ्तार
पूछताछ में मिली जानकारी के बाद चोरी में शामिल मटिहानी निवासी मुकुन्दं उर्फ कारी सिंह, अमित कुमार उर्फ गोनू एवं थाना के प्राइवेट ड्राइवर मोहम्मद जाकिर को भी हिरासत में लेकर हाजत में बंद कर दिया गया. फिलहाल इस मामले में कई पहलुओं पर अनुसंधान चल रहा है. मामले में बेगूसराय के एसपी मनीष ने कहा कि आगे की कार्रवाई चल रही है.
मालखाने का भी प्रभारी था दारोगा सुजीत कुमार
मामले की जांच में लगे सदर-टू डीएसपी भास्कर रंजन ने बताया कि थाना कांड संख्या-26/25 में कमांडर जप्त कर सीसीटीवी के सामने थाना परिसर में रखा गया था. इसी थाने में पहले कार्यरत SI सुजीत कुमार (वर्तमान में नगर थाना में कार्यरत) प्रभार देने के लिए 15 फरवरी को आए हुए थे. मालखाना के प्रभारी वही थे, इसलिए प्रभार देने के लिए ही कैंप कर रहे थे. कुछ दिन पहले पता चला कि जब किया गया कमांडर जीप बदल दिया गया है, उसके जगह पर दूसरी गाड़ी लगाई गई है.
रात 11.45 में बदल दी थी जीप
संदेह होने पर CCTV फुटेज की जांच किया गया तो स्पष्ट हुआ कि सुजीत कुमार तीन सहयोगी के साथ 15 फरवरी की रात करीब 11:45 बजे आया और थाना से धक्का देकर जीप बाहर लेकर चला गया और उसके जगह पर दूसरा कमांडर जीप लगा दिया.
इसके बाद SI सुजीत कुमार सहित उसके तीनों सहयोगी को भी गिरफ्तार किया गया. उस पर विभागीय कार्रवाई चलाई जाएगी, जांच-पड़ताल चल रही है, जेल भेजा जाएगा. जीप मालिक बागडोव निवासी रूपेश सिंह की भी इस मामले में संलिप्तता है. ड्यूटी पर तैनात कर्मी के अलावा सभी अन्य पहलुओं पर भी जांच चल रही है.
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