- बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष और एनडीए के अंदर से भी गंभीर आलोचनाएं सामने आई हैं, जिससे राजनीतिक तनाव बढ़ा है.
- लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान ने बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त होने का आरोप लगाया था, जिससे सत्तारूढ़ गठबंधन में विवाद उत्पन्न हुआ.
- जेडीयू के उपेंद्र कुशवाहा ने चिराग को गठबंधन की मर्यादा बनाए रखने और लक्ष्मण रेखा का सम्मान करने की सलाह दी है.
बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सियासी पारा चढ़ गया है. मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष के निशाने पर चल रही नीतीश सरकार को अब एनडीए के भीतर से भी तीखी टिप्पणियों का सामना करना पड़ रहा है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने राज्य में 'लॉ एंड ऑर्डर' पर सवाल उठाया तो जेडीयू के वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा ने उन्हें लक्ष्मण रेखा में रहने की नसीहत दे डाली. पटना में खेमका हत्याकांड और पूर्णिया में डायन प्रकरण के बाद चिराग ने कहा था कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है. उनके बयान ने सत्तारूढ़ गठबंधन में हलचल मचा दी.
'गठबंधन धर्म निभाएं चिराग, लक्ष्मण रेखा का ध्यान रखें'
जेडीयू के वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा ने NDTV को दिए एक स्पेशल इंटरव्यू में चिराग को 'गठबंधन धर्म की मर्यादा' निभाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि एनडीए के सभी सहयोगियों को अपनी 'लक्ष्मण रेखा' का ध्यान रखना चाहिए ताकि गठबंधन की गरिमा बनी रहे.
कुशवाहा ने भी माना कि राज्य में घटनाएं चिंताजनक हैं, लेकिन उन्होंने इन घटनाओं का विश्लेषण करते हुए कहा कि हर घटना का स्वरूप अलग है. उन्होंने पूर्णिया की घटना को एक 'सामाजिक समस्या' बताया, जहां डायन बताकर महिला को प्रताड़ित किया गया. कहा कि सरकार के साथ-साथ समाज की भी जिम्मेदारी है कि वो जागरूक हो, ताकि ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें. हालांकि, पटना की घटना को उन्होंने सीधे कानून-व्यवस्था से जुड़ा बताया.
कुशवाहा ने की प्रशासनिक कार्रवाई की प्रशंसा
कुशवाहा ने प्रशासन की कार्रवाई की सराहना की और कहा कि सरकार ने अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी की है, यहां तक कि विरोध के दौरान एनकाउंटर भी हुआ. उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार अपराध को कतई बर्दाश्त नहीं करती और सख्त कदम उठा रही है.
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा राज्य को 'जंगल राज' और 'राक्षस राज' कहे जाने पर कुशवाहा ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि जनता अब खुद देख सकती है कि पिछली सरकार और मौजूदा शासन में क्या फर्क है. कुशवाहा ने कहा, 'पहले अपराधियों से फिरौती की डील होती थी, अब उन्हें जेल भेजा जाता है.'