बिहार में एक महीने की कड़ी मशक्कत के बाद चुनाव आयोग ने राज्य के 243 विधान सभा क्षेत्रों का प्रारूप (ड्राफ्ट ) मतदाता सूची प्रकाशित कर दिया है. प्रारूप जारी होने के बाद AIMIM पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया है. अख्तरुल ईमान ने कहा कि बिहार में 65 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम सूची में शामिल नहीं किए गए है. वहीं किशनगंज में 1 लाख 45 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम हटे है. जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर कुल 12 लाख 31 हजार 910 मतदाता थे. जिसमें 10 लाख 86 हजार 242 गणना प्रपत्र प्राप्त हुआ. जबकि कुल अपराप्त गणना प्रपत्रों की संख्य 1 लाख 45 हजार 668 है. इसमें मृतक, पलायन कर चुके, लापता या जिनका नाम दो स्थानों पर हैं, के नाम वाले मतदाता शामिल हैं.
जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी विशाल राज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि किशनगंज विधानसभा क्षेत्र में 49,218 मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए है. वहीं, सबसे कम ठाकुरगंज में 29,251 मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए. जबकि बहादुरगंज में 36,519 और कोचाधामन में 30,680 वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाया गया है. जिसपर अख्तरुल ईमान ने कहा की मतदाताओं को फॉर्म नहीं दिया गया और सांप्रदायिक पार्टी के लोगों को काम में लगाया गया आखिर क्यों ?
अख्तरुल ईमान ने कहा कि हमारे अमौर विधान सभा क्षेत्र में 45 हजार लोगों के नाम हटाए गए है और यह कही न कही गहरी साजिश है. ईमान ने कहा कि मतदान केंद्रों पर मतदाता सूची उपलब्ध करवाया जाना चाहिए. हालाकि जिनका नाम छूट गया है उनके लिए 2 अगस्त से 1 सितंबर 2025 तक विशेष कैंप लगाया जाएगा ताकि उनका नाम जोड़ा जा सके.
रिपोर्ट– शबनम खान