केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के हालिया बयान, "बिहार मुझे बुला रहा है" ने इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के राजनीतिक माहौल में एक नई बहस छेड़ दी है. हाल में मीडियाकर्मियों से बातचीत में चिराग पासवान ने कहा कि उनके दिवंगत पिता रामविलास पासवान के विपरीत उनकी राज्य की राजनीति में रुचि है. चिराग ने कहा कि उनके पिता केंद्र पर अधिक ध्यान केंद्रित करते थे.
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पासवान ने बिहार में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि बिहार मुझे बुला रहा है. मेरे दिवंगत पिता केंद्र की राजनीति में रुचि रखते थे, लेकिन मेरी रुचि राज्य की राजनीति में है."
केंद्रीय मंत्री के हालिया बयान पर टिप्पणी करते हुए लोजपा (रामविलास) के बिहार प्रमुख राजू तिवारी ने कहा, "चिराग जी हमेशा कहते हैं कि वह हमारे दिवंगत नेता के सपनों को साकार करेंगे और बिहार को बदलने के लिए 'बिहार पहले, बिहारी पहले' के लिए काम करेंगे. बिहार हमेशा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. हमारे नेता के इस बयान का सभी पार्टी कार्यकर्ता स्वागत करते हैं."
बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने भी केंद्रीय मंत्री के बयान का स्वागत किया. बिहार भाजपा के प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा, "हम सभी चिराग जी के इस बयान का स्वागत करते हैं. वे (चिराग) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के 'हनुमान' के रूप में लोकप्रिय हैं. बिहार की राजनीति में उनके प्रवेश से निश्चित रूप से आगामी चुनावों में राजग का वोट बैंक मजबूत होगा."