सर, आप लोग सूचना पट ( बोर्ड) को निर्माण स्थल पर क्यों नहीं लगा छोड़ रहे हैं, इसे कमरे में छिपाकर रखने की ऐसी क्या मजबूरी है. ये कमरे में छिपाने की चीज नहीं है. सरकारी योजना है, और इसके बार में जनता को पता चलना चाहिए. NDTV रिपोर्टर की ये बात सुनते ही ठेकेदार का मुंशी तमतमाता हुआ कमरे में रखे गए बोर्ड को उठाता है और उसे बाहर रख देता है. इसके बाद रिपोर्टर पूछता है, सर कब पूरा होगा इस भवन का निर्माण कार्य. जवाब में मुंशी कहता है... अरे महाराज सरकारी काम है, समय तो लगबे ना करेगा. हो ही जाएगा पूरा. फिर रिपोर्टर पूछता है लेकिन बोर्ड (योजना से जुड़े डिटेल वाले बोर्ड) पर तो निर्माण कार्य के पूरा होने की समय सीमा को पूरा हुए भी करीब दो साल हो गए हैं, लेकिन इस भवन की छत तक नहीं ढाली गई है. फिर मुंशी बोलता है ये सवाल आप विभाग से पूछिए. हमारा काम तो काम कराने का है. फंड आएगा तब ही ना हो. अब आया है तो हो रहा है. ये बातचीत NDTV के रिपोर्टर और अशोक सम्राट भवन के निर्माण स्थल पर काम करने वाले ठेकेदार के बीच की है.
आपको बता दें कि NDTV के रिपोर्टर को स्थानीय लोगों ने कई बार इस भवन के निर्माण कार्य में हो रही देरी और खराब गुणवत्ता वाली निर्माण सामग्री के इस्तेमाल की सूचना दी थी. स्थानीय लोगों की शिकायत पर जब NDTV के रिपोर्टर ने बिहार के कटिहार के मनिहारी में चल रहे अशोक सम्राट भवन के निर्माण कार्य की जब पड़ताल की तो वो खुद भी हैरान रह गए. हमारी ग्राउंड रिपोर्ट में पता चला कि भवन के निर्माण कार्य में विभाग इतनी सुस्ती दिखा रहा है कि नगर विकास एवं अवास विभाग द्वारा बनाए जा रहे अशोक सम्राट भवन का निर्माण कार्य तय समय सीमा यानी 31.6.2023 के करीब दो साल बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है. जबकि इसके निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये से ज्यादा की अभी तक स्वीकृत हो चुकी है.
स्थानीय लोग है नाराज
विभाग के सुस्त रवैये को लेकर स्थानीय लोगों में खासा गुस्सा है. उनका कहना है कि हम इस भवन के पूरा होने का बीते करीब दो साल से इंतजार कर रहे हैं लेकिन ना ये पूरा हो रहा है ना ही कोई ये बता पा रहा है कि ये पूरा होगा भी या नहीं. विभाग की तरफ से यहां कोई एक बार देखने तक नहीं आता है. ये ठेकेदार भी सही नही हैं.
ईंट से लेकर बालू तक सब घटिया इस्तेमाल हो रहा है
NDTV की पड़ताल में पता चला कि इस निर्माण कार्य में जिस तरह की निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया है, अब उसपर भी सवाल खड़े होने लगे हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदार इस निर्माण कार्य में जिस तरह की सामग्री का इस्तेमाल कर रहा है वह ठीक नहीं है. उनका कहना है कि हमारी शिकायत कोई सुनने वाला है ही नहीं.
ठेकेदार को हटाने के लिए डीएम से लगाई गुहार
स्थानीय लोगों ने भवन के निर्माण कार्य को जल्दी पूरा करने के लिए कटिहार के डीएम से भी अनुरोध किया है. स्थानीय लोगों की मांग है कि स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वह इस निर्माण कार्य का जायजा ले और संबंधित ठेकेदार की कार्यशैली को देखते हुए उसे इस कार्य से हटाया जाए.