- बिहार विधानसभा चुनाव में बेलवेदर सीटों पर जीतने वाली पार्टी अक्सर सरकार बनाने में सफल रही है
- सीतामढ़ी, खजौली, रानीगंज, सहरसा, केवटी, सकरा और मुंगेर जैसी सीटें चुनावी रुझान का स्पष्ट संकेत देती हैं
- पिछले कई चुनावों में इन सीटों पर जीतने वाली पार्टी ने राज्य सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त किया है
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मतगणना जारी है. अब सबकी नजर बेलवेदर सीटों पर है. राजनीतिक दृष्टि से बेलवेदर सीटें वे मानी जाती हैं जो पूरे राज्य के चुनावी रुझान का संकेत देती हैं. इन सीटों पर जीतने वाली पार्टी अक्सर सरकार बनाने में सफल रही है. यही वजह है कि इन पर सभी दलों की पैनी नजर रहती है. ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो सीतामढ़ी, खजौली, रानीगंज, सहरसा, केवटी, सकरा और मुंगेर जैसी सीटों पर जीतने वाले दल ने सरकार बनाई है. इन सीटों को चुनावी मौसम का बैरोमीटर कहा जाता है. इस बार भी इन क्षेत्रों में मुकाबला बेहद दिलचस्प है.
ये भी पढ़ें : 243 सीटों का रिजल्ट यहां देखिए, पल-पल का हर अपडेट्स
आइए जानते हैं इन सीटों का क्या है हाल?
कौन-कौन सी सीटें किस चरण में?
इन सीटों का महत्व इसलिए है क्योंकि पिछले कई चुनावों में इन पर जीतने वाली पार्टी ने सरकार बनाई है. उदाहरण के लिए, 2020 में एनडीए ने इन अधिकांश सीटों पर जीत दर्ज की थी और सत्ता में आया था. यही पैटर्न 2010 और 2015 में भी देखा गया था. इसलिए इन सीटों के नतीजे पूरे राज्य की दिशा तय कर सकते हैं.
मतदाताओं का क्या है मूड
ग्राउंड रिपोर्ट्स के अनुसार, इन क्षेत्रों में विकास, रोजगार और बिजली-पानी जैसे मुद्दे प्रमुख हैं. साथ ही जातीय समीकरण और स्थानीय नेतृत्व भी निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं. सहरसा और सीतामढ़ी में बाढ़ राहत और सड़क कनेक्टिविटी पर चर्चा है, जबकि मुंगेर में उद्योग और शिक्षा को लेकर मतदाता सवाल कर रहे हैं. अब सबकी नजर 14 नवंबर पर है, जब नतीजे सामने आएंगे. क्या बेलवेदर सीटें फिर से अपना ट्रेंड साबित करेंगी? या इस बार कोई अपवाद देखने को मिलेगा? इसका जवाब कुछ ही घंटों में फाइनल हो जाएगा.
| सीट | आगे | पीछे |
| सीतामढ़ी | सुनील कुमार | |
| खजौली | अरूण शंकर | |
| रानीगंज | अविनाश मंगलम | |
| सहरसा | आलोक रंजन | |
| केवटी | मुरारी मोहन झा | |
| सकरा | उमेश कुमार | |
| मुंगेर | कुमार प्रणय आगे |














