बिहार के पश्चिम चंपारण जिले की वाल्मीकिनगर विधानसभा सीट ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, लेकिन यहां के लोगों की मुख्य मांगें बुनियादी ढांचे और विकास से जुड़ी हुई हैं. सीमावर्ती विकास, सड़कों और पुलों का निर्माण, स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार, और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर यहाँ के प्रमुख चुनावी मुद्दे हैं.
इसके साथ ही, स्थानीय लोग लंबे समय से वाल्मीकि नगर एयरपोर्ट के जल्द निर्माण की मांग भी कर रहे हैं. संकीर्ण सड़कें, बुनियादी ढांचे की कमी, बिजली और पानी की समस्या, तथा बड़े कॉलेज और अस्पतालों की कमी यहाँ की प्रमुख समस्याएँ हैं.
2020 के विधानसभा चुनाव में, जनता दल (यूनाइटेड) के धीरेंद्र प्रताप सिंह ने 74,906 वोट हासिल कर कांग्रेस के राजेश सिंह को 21,585 मतों के अंतर से हराया था. वहीं, 2015 के चुनाव में धीरेंद्र प्रताप सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 66,860 वोट पाकर कांग्रेस प्रत्याशी इर्शाद हुसैन को शिकस्त दी थी.
आगामी चुनावों में प्रमुख दावेदारों में जनता दल (यूनाइटेड) से निवर्तमान विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह (उर्फ रिंकू सिंह) हैं, जबकि उनके सामने महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुरेंद्र कुशवाहा मैदान में हैं. इस सीट पर यादव, भूमिहार और राजपूत के साथ-साथ अन्य ओबीसी वोट बैंक महत्वपूर्ण हैं, जिसमें यादव वोटों की भूमिका निर्णायक मानी जाती है. 2020 की मतदाता सूची के अनुसार, इस क्षेत्र में कुल 3,31,874 वोटर हैं.
पश्चिमी चंपारण जिले की 9 विधानसभा सीटों के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने धीरेंद्र प्रताप सिंह को वाल्मीकिनगर से, नंद किशोर राम को रामनगर (अनु.जा.) से, संजय पांडे को नरकटियागंज से, राम सिंह को बगहा से, विनय बिहारी को लौरिया से, नारायण प्रसाद को नौतन से, उमाकांत सिंह को चनपटिया से, रेणु देवी को बेतिया से और समृद्ध वर्मा को सिकटा से उम्मीदवार बनाया है. वहीं, महागठबंधन ने वाल्मीकिनगर से सुरेंद्र प्रसाद कुशवाहा को, रामनगर (अनुसूचित जाति) से सुबोध पासवान को, नरकटियागंज से दीपक यादव/शाश्वत केदार पाण्डेय को, बगहा से जयेश मंगल सिंह को, नौतन से अमित गिरि को, चनपटिया से अभिषेक रंजन को और सिकटा से बीरेंद्र प्रसाद गुप्ता को मैदान में उतारा है.
बिंदेश्वर कुमार की रिपोर्ट