Saharsa Election Result: सहरसा विधानसभा सीट पर BJP के आलोक रंजन झा ने लगाई जीत की हैट्रिक

Saharsa Election Result Updates: सहरसा की लड़ाई आखिरी पल तक सस्पेंस से भरी रही  और BJP के आलोक रंजन झा ने अंत में बाजी मार ली.

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Saharsa Assembly Election Result 2025: सहरसा सीट के नतीजे
नई दिल्ली:

Saharsa Vidhan Sabha Chunav Result 2025 : सहरसा सीट पर रोमांचक मुकाबला अब खत्म हो चुका है और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के आलोक रंजन झा ने आखिरकार जीत दर्ज कर ली है. लगातार दो बार विधायक रहे आलोक रंजन झा ने इस बार भी जीत की हैट्रिक लगाते हुए शानदार वापसी की है. पूरे चुनाव में उनका मुकाबला महागठबंधन समर्थित इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (IIP) के उम्मीदवार इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता से बेहद कड़ा रहा.

 आंकड़ों के मुताबिक, इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता ने 1,15,036 वोट हासिल किए, जबकि आलोक रंजन झा 1,12,998 वोटों के करीब पहुँचते हुए अंत में बढ़त लेने में सफल रहे और जीत अपने नाम कर ली. दोनों के बीच बेहद मामूली अंतर रहा, जिसने इस मुकाबले को आखिरी राउंड तक दिलचस्प बनाए रखा. जनसुराज पार्टी के किशोर कुमार 12,786 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.

कुल मिलाकर, सहरसा की लड़ाई आखिरी पल तक सस्पेंस से भरी रही  और BJP के आलोक रंजन झा ने अंत में बाजी मार ली.

Saharsa Seat Result LIVE Updates:

सहरसा विधानसभा सीट पर बीजेपी के आलोक रंजन रेस में आगे हैं. 13वें राउंड तक की काउंटिंग में वह11225 वोटो से आगे चल रहे हैं. उन्हें अब तक 51 141 वोट मिले हैं. वहीं उन दूसरे नंबर पर इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता है जिन्हें  39916 सपोर्ट मिले हैं. तीसरे नंबर पर जन स्वराज पार्टी के किशोर कुमार हैं जिन्हें की 5249 वोट मिले हैं

Saharsa Chunav Result LIVE Updates:

सहरसा विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के आलोक रंजन लगातार बढ़त बनाए हुए हैं. वह इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (IIP) के इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता को कड़ी टक्कर दे रहे हैं .आलोक रंजन को नौवें राउंड तक की काउंटिंग में 36971 वोट मिले हैं वह 8075 वोट से आगे चल रहे हैं.

Saharsa Seat Result 2025 LIVE Updates:

BJP के उम्मीदवार आलोक रंजन फिलहाल इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. वह 7000 से ज्यादा वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं. आलोक रंजन को अबतक के मतगणना के हिसाब से  21, 184 वोट मिले हैं जबकि  इंद्रजीत प्रसाद को सिर्फ 13, 393 वोट मिले हैं... आगे वोटों की गिनती चल रही है.

 Saharsa Vidhan Sabha Seat Result 2025 LIVE Updates:

सहरसा विधानसभा सीट पर वोटों की गिनती के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार आलोक रंजन ने बड़ी बढ़त बना ली है.आलोक रंजन 16,198 वोटों के साथ सबसे आगे चल रहे हैं.वहीं, इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता 12,731 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर हैं. जन सुराज पार्टी के किशोर कुमार फिलहाल 1,639 वोटों के साथ काफी पीछे हैं. आलोक रंजन अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता से 3,467 वोटों के अंतर से आगे चल रहे हैं.

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Saharsa Election Result 2025 LIVE Updates:

सहरसा विधानसभा सीट पर शुरुआती रुझानों में इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (IIP) के इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता पीछे चल रहे हैं. जबकि बीजेपी के आलोक रंजन झा आगे चल रहे हैं.

सहरसा विधानसभा सीट के नतीजे इस बार दिलचस्प नजर आ रहे हैं. हालांकि बीजेपी का सीट पर दबदबा रहा है. बीजेपी के आलोक रंजन झा लगातार दो बार विधायक रहे हैं और अब तीसरी बार जीतने की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं. इस बार उनका सीधा मुकाबला महागठबंधन में शामिल इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (IIP) के इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता से है.इसके अलावा जन सुराज से किशोर कुमार मैदान में हैं. इस बार सहरसा सीट पर 63 प्रतिशत मतदान हुआ है. यह देखना होगा कि क्या सहरसा के मतदाता एक बार फिर बदलाव करेंगे या बीजेपी कोसी क्षेत्र में अपनी बादशाहत कायम रख पाएगी.

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इसके अलावा जन सुराज से किशोर कुमार मैदान में हैं. इस बार सहरसा सीट पर 63 प्रतिशत मतदान हुआ है. यह देखना होगा कि क्या सहरसा के मतदाता एक बार फिर बदलाव करेंगे या बीजेपी कोसी क्षेत्र में अपनी बादशाहत कायम रख पाएगी. इस सीट पर राजनीतिक समीकरण कुछ ऐसे हैं... 

पिछले कई सालों से बीजेपी की पकड़

सहरसा विधानसभा सीट के चुनावी इतिहास की बात करें तो शुरुआती दौर में यहां कांग्रेस का दबदबा रहा, लेकिन अब बीजेपी ने मजबूत पकड़ बना ली है. पिछले पांच चुनावों में, बीजेपी चार बार जीत दर्ज करने में सफल रही है, जबकि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को सिर्फ 2015 में जीत मिली थी. इससे पहले, जनता दल (दो बार), जनता पार्टी और प्रजा सोशलिस्ट पार्टी ने भी इस सीट से जीत दर्ज की थी.

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2008 के परिसीमन में सहरसा लोकसभा सीट को खत्म कर मधेपुरा में मिला देना स्थानीय लोगों के बीच आज भी एक राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में देखा जाता है. इस बदलाव ने मधेपुरा को जेडीयू का गढ़ बना दिया, जबकि सहरसा विधानसभा पर अब बीजेपी और आरजेडी के बीच सीधा मुकाबला होता है. 2024 के आंकड़ों के अनुसार, इस सीट पर 3.75 लाख से ज्यादा वोटर हैं.

बाढ़ की मार झेलता है सहरसा

कोसी, बागमती और गंडक जैसी प्रमुख नदियों से घिरा सहरसा, हर साल भीषण बाढ़ की मार झेलता है. पुलों और सड़कों के टूटने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है, पर यही बाढ़ अपने पीछे उपजाऊ गाद भी छोड़ जाती है. इस उपजाऊ मिट्टी के कारण, सहरसा अब मक्का और मखाना के उत्पादन का एक बड़ा केंद्र बन चुका है, जहां से हर साल लाखों टन कृषि उत्पाद निर्यात किए जाते हैं, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था का आधार हैं. कृषि (मक्का, मखाना) के अलावा, कोसी क्षेत्र का ईंट उत्पादन उद्योग सबसे ज्यादा है. जूट, साबुन, बिस्किट, चॉकलेट और प्रिंटिंग जैसे लघु उद्योग भी स्थानीय अर्थव्यवस्था को सहारा देते हैं.

सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक ताना-बाना

सहरसा, मिथिला क्षेत्र का अभिन्न अंग है, जहां मैथिली और हिंदी प्रमुखता से बोली जाती हैं. यह बिहार का 15वां सबसे बड़ा शहर होने के बावजूद, यहां की साक्षरता दर केवल 54.57 प्रतिशत है, जो विकास की चुनौतियों को उजागर करती है. सांस्कृतिक रूप से, सहरसा का गौरवशाली इतिहास रहा है. यह कभी राजा जनक के मिथिला साम्राज्य का हिस्सा था. महिषी में मंडन मिश्र और आदि शंकराचार्य के बीच हुआ प्रसिद्ध शास्त्रार्थ इसी भूमि की पहचान है. यहां के धार्मिक स्थलों, जैसे चंडी मंदिर, कात्यायनी मंदिर, तारा मंदिर, बाबाजी कुटी, और मत्स्यगंधा का रक्तकाली मंदिर, की मान्यता दूर-दूर तक फैली है, और ये स्थल चुनावी रुझानों को भी प्रभावित करते हैं.

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