बथनाहा विधानसभा सीट पर जीत का चौका लगाएगी भाजपा या फिर चलेगा 'पंजा'

बथनाहा विधानसभा कई सामाजिक और आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा है. बथनाहा नेपाल सीमा के निकट होने के कारण यहां की आस-पास की नदियों के कारण हर साल बाढ़ की चपेट में आता है.

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बथनाहा सीट पर इस बार भी दिलचस्प हो सकता है मुकाबला
बथनाहा:

बिहार के सीतामढ़ी जिले में स्थित बथनाहा विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मजबूत गढ़ रही है. इस सीट पर भाजपा ने लगातार तीन बार जीत हासिल कर हैट्रिक बनाई है और पिछले 15 वर्षों से भारी मार्जिन के साथ अपना दबदबा कायम रखा है. यह सीट भाजपा के लिए इसलिए भी खास है, क्योंकि विपक्षी दलों के उम्मीदवार यहां भाजपा के सामने हमेशा कमजोर पड़ते हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के सामने जीत का चौका लगाने का मौका होगा, तो वहीं इंडिया ब्लॉक की ओर से ऐसे उम्मीदवार की तलाश होगी जो भाजपा के विजयी रथ को रोकने में सफल हो पाए. अगर बात इस बार के चुनाव की करें तो इस सीट पर कुल वोटिंग 67.58 फीसदी हुई है. इस सीट पर इस बार कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है. बीजेपी ने इस सीट से अनिल कुमार को मैदान में उतारा है. वहीं, कांग्रेस ने नवीन कुमार पर अपना दांव खेला है. 

यह सीट नेपाल सीमा के निकट होने के कारण सामरिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है.बथनाहा की जनता मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर है, और यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ बाढ़ और गरीबी जैसी गंभीर समस्याओं से जूझता रहा है. इस विधानसभा में राजनीतिक समीकरण जातिगत और सामाजिक गठजोड़ पर आधारित रहा है.

इस क्षेत्र में विभिन्न जातियों जैसे यादव, राजपूत, वैश्य, दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के मतदाताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. इसके अलावा, मुस्लिम मतदाता भी इस सीट पर निर्णायक प्रभाव डालते रहे हैं. बथनाहा विधानसभा कई सामाजिक और आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा है. बथनाहा नेपाल सीमा के निकट होने के कारण यहां की आस-पास की नदियों के कारण हर साल बाढ़ की चपेट में आता है. बाढ़ के कारण फसलें नष्ट होती हैं, जिससे जीवन-यापन में कठिनाई आती है. क्षेत्र में औद्योगिक विकास की कमी के कारण युवाओं को रोजगार के लिए अन्य राज्यों जैसे दिल्ली, पंजाब और गुजरात में पलायन करना पड़ता है.

इस विधानसभा क्षेत्र में सड़क, बिजली, और स्वच्छ पेयजल की कमी बथनाहा के कई गांवों में एक बड़ी समस्या है. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं. इसके अलावा, यहां पर प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के लिए स्कूलों की स्थिति खराब है, और शिक्षकों की कमी एक गंभीर मुद्दा है.

इसी तरह, स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों और दवाओं की कमी से लोग परेशान हैं.बथनाहा की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि आधारित है, और यह क्षेत्र की जीविका का प्रमुख स्रोत है. यहां धान, गेहूं, मक्का, और गन्ना इस क्षेत्र की प्रमुख फसलें हैं. इसके अलावा, कुछ किसान सब्जी उत्पादन और मछली पालन भी करते हैं.बथनाहा विधानसभा में कुल जनसंख्या 549485 है, जिसमें पुरुषों की संख्या 288457 और महिलाओं की संख्या 261028 है.चुनाव आयोग के एक जनवरी 2024 डाटा के अनुसार, इस विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 325980 हैं, जिसमें पुरुष मतदाता 171168, महिला मतदाता 154801 और 11 थर्ड जेंडर वोटर हैं.

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