Jagdishpur Assembly Seat: काफी दिलचस्प रहा है चुनावी मुकाबला, जानें किसका पलड़ा है भारी

Jagdishpur Assembly Seat: ऐतिहासिक होने के बावजूद, जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र आज भी बुनियादी विकास के लिए संघर्ष कर रहा है. चुनाव के दौरान यहां सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी एक बड़ा मुद्दा रहा है.

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Jagdishpur Assembly Seat: बिहार के भोजपुर जिले की जगदीशपुर विधानसभा सीट (Jagdishpur Assembly Seat) सिर्फ एक चुनावी क्षेत्र नहीं, बल्कि 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक वीर कुंवर सिंह की धरती के रूप में भी जानी जाती है. आरा लोकसभा क्षेत्र में आने वाली यह सीट हमेशा से ही राजनीतिक रूप से अहम रही है.

राजनीतिक इतिहास

जगदीशपुर का चुनावी इतिहास काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है, जहां कांग्रेस के शुरुआती दबदबे के बाद क्षेत्रीय दलों और फिर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का वर्चस्व रहा है. 1951 में पहली बार हुए चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल (यूनाइटेड) (JDU) के उम्मीदवारों के बीच कई बार कड़ा मुकाबला हुआ है. साल 2000 से 2005 के बीच JDU के भगवान सिंह कुशवाहा लगातार तीन बार विधायक चुने गए थे. पिछले तीन विधानसभा चुनावों से इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का कब्जा है. RJD के राम विशुन सिंह यादव ने लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के भगवान सिंह कुशवाहा को 22,107 वोटों के बड़े अंतर से हराकर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की.

जातीय समीकरण

यह क्षेत्र मुख्य रूप से ग्रामीण है. इस सीट पर राजपूत और यादव जाति के मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है, जो चुनाव रिजल्ट में अहम भूमिका निभाते हैं.

चुनावी मुद्दे

ऐतिहासिक होने के बावजूद, जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र आज भी बुनियादी विकास के लिए संघर्ष कर रहा है. चुनाव के दौरान यहां सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी एक बड़ा मुद्दा रहा है. साथ ही गंगा और सोन नदी के पास होने के बावजूद, कृषि से जुड़े पानी और सिंचाई के मुद्दे किसानों के लिए बड़े होते हैं.

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