- Axis My India ने एनडीए को 121-141 सीटें, महागठबंधन को 98-118 सीटें मिलने की संभावना जताई है
- सर्वे के मुताबिक पाटलिपुत्र मगध, मिथिलांचल, भोजपुर और चंपारण रीजन में NDA को ज्यादा सीटें मिल सकती हैं
- सीमांचल ऐसा इलाका है, जहां महागठबंधन अधिक सीटें झटक सकता है. कोसी में टक्कर के आसार हैं
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बुधवार को सामने आए Axis My India के एग्जिट पोल में प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में दलों को मिलने वाली सीटों का भी आकलन किया गया है. इसके मुताबिक पाटलिपुत्र मगध, मिथिलांचल, भोजपुर और चंपारण रीजन में एनडीए की झोली में ज्यादा सीटें आ सकती हैं. वहीं सीमांचल ऐसा इलाका है, जहां महागठबंधन ज्यादा सीटें झटक सकता है. कोसी में कांटे की टक्कर के आसार हैं.
'43% वोट लेकर NDA बनाएगी सरकार'
एक्सिस माई इंडिया के मुताबिक बिहार की कुल 243 सीटों में से एनडीए को 121-141 सीटें और महागठबंधन (MGB) को 98-118 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है. प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी 2 से कम सीटों पर सिमट सकती है. हालांकि वोट शेयर के मामले में एनडीए और महागठबंधन में खींचतान दिख सकती है. एनडीए को 43 फीसदी तो महागठबंधन को 41 पर्सेंट वोट मिलने के आसार जताए गए हैं.
6 क्षेत्रों में कौन कहां पर आगे?
एक्सिस माई इंडिया ने बिहार को 6 क्षेत्रों में बांटकर 42 हजार लोगों पर सर्वे के आधार पर रीजन वाइज निष्कर्ष निकाले हैं. उसने बिहार को चंपारण (21 सीटें), सीमांचल (24), कोसी (31), भोजपुर (49), मिथिलांचल (58) और पाटलिपुत्र मगध (60 सीटें) क्षेत्रों में बांटा है.
चंपारण रीजन में एनडीए को 12 और महागठबंधन को 9 सीटें मिलने का अनुमान इस एग्जिट पोल में लगाया गया है. एनडीए के खाते में 44 फीसदी और महागठबंधन को 41 पर्सेंट वोट मिलने के आसार हैं.
सीमांचल क्षेत्र की 24 सीटों में से महागठबंधन 40 फीसदी वोट शेयर के साथ 15 सीटें झटक सकती है. वहीं एनडीए को 8 सीटें मिलने के आसार बताए गए हैं. उसे 37 फीसदी वोट मिलने की संभावना है. जन सुराज 3 फीसदी वोटों के साथ एक सीट अपने खाते में डाल सकती है.
कोसी रीजन की 31 सीटों को लेकर दोनों गठबंधनों में कड़ी टक्कर दिखाई गई है. यहां एनडीए को 16 तो महागठबंधन को 15 सीटें मिलती बताई गई हैं. वोट शेयर में भी दोनों के बीच बराबरी की टक्कर है. एनडीए को 43 फीसदी तो एमजीबी को 42 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है.
भोजपुर इलाके की 49 सीटों को लेकर भी फाइट है. यहां एनडीए को 27 तो एमजीबी को 21 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. एक सीट अन्य के खाते में जा सकती है. वोट शेयर की बात करें तो एनडीए 42 पर्सेंट और एमजीबी 40 फीसदी वोट ले सकती है.
मिथिलांचल की बात करें तो यहां की 58 सीटों में एनडीए को आधी से अधिक सीटें मिलने की संभावना जताई गई है. एनडीए 32 सीटें ले सकती है, वहीं एमजीबी को 25 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है. हालांकि दोनों के वोट शेयर में ज्यादा फर्क नहीं बताया गया है. एनडीए को 43 फीसदी तो एमजीबी को 41 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है. एक सीट अन्य के खाते में जा सकती है.
पाटलिपुत्र-मगध की 60 सीटों की लड़ाई में भी एनडीए को आगे बताया गया है. इस इलाके में एनडीए को 35 तो महागठबंधन को 25 सीटों पर जीत मिलती बताई गई है. लेकिन वोटों के मामले में भी बहुत ज्यादा अंतर नहीं है. एनडीए 44 पर्सेंट सीटें लेकर सबसे बड़ा गठबंधन बन सकता है, वहीं एमजीबी को 41 पर्सेंट वोट शेयर मिल सकता है.
प्रशांत किशोर करेंगे खेला?
प्रशांत किशोर की जन सुराज की बात करें तो उसे सभी 6 रीजन में कुल मिलाकर अधिकतम 2 सीटें मिलने की बात कही गई है, लेकिन वोट शेयर में बड़ी सेंध लगा सकती है. एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल के मुताबिक जन सुराज को चंपारण में 6 पर्सेंट, सीमांचल में 3 पर्सेंट, कोसी में 4 पर्सेंट, भोजपुर में 5 पर्सेंट, मिथिलांचल में 4 पर्सेंट, और पाटलिपुत्र-मगध में 4% वोट मिलने की संभावना है. अब देखने की बात ये होगी कि पीके ये वोट किस गठबंधन के खाते में से झटकेंगे. हालांकि एग्जिट पोल के आंकड़े सिर्फ अनुमान है, असल में किसे कितनी सीटें मिलेंगी, ये 14 नवंबर को मतगणना से पता चलेगा.













