"अब यह बच्चा मेरे लिए सब कुछ है" : नीतीश ने सत्ता की बागडोर तेजस्वी को सौंपने का फिर दिया संकेत

भाजपा नेताओं के साथ 'व्यक्तिगत संबंध' संबंधी हालिया टिप्पणी के मद्देनजर उनके एक बार फिर से पलटी मारने को लेकर जब अटकलें लगने लगीं, तो नीतीश कुमार ने इसका जोरदार खंडन किया है.

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नीतीश ने तेजस्‍वी के लिए जो कहा है वो राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया. (फाइल)
पटना:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सत्ता की बागडोर राज्य के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सौंपने का शनिवार को एक बार फिर संकेत दिया है. जद (यू) नेता कुमार ने पिछले साल कहा था कि जब बिहार में 2025 में अगला विधानसभा चुनाव होगा, तो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के युवा नेता राज्य में सत्तारूढ़ महागठबंधन का 'नेतृत्व' करेंगे. इससे जद (यू) में खलबली मच गई थी और संसदीय बोर्ड के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने यह आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था कि मुख्यमंत्री कुमार ने गठबंधन करते हुए अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साथ एक 'सौदा' किया है.

भाजपा नेताओं के साथ 'व्यक्तिगत संबंध' संबंधी हालिया टिप्पणी के मद्देनजर उनके एक बार फिर से पलटी मारने को लेकर जब अटकलें लगने लगीं, तो कुमार ने इसका जोरदार खंडन किया है. तेजस्वी यादव की मौजूदगी में पत्रकारों से बात करते हुए कुमार ने उनके (यादव) कंधे पर हाथ रखा और कहा, 'अब यह बच्चा मेरे लिए सब कुछ है.' यह इशारा राज्य के राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया. 

जब पत्रकारों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह से इस बारे में प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि मुख्यमंत्री ने जो कहा है, उसमें कोई आश्चर्य की बात है.'

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उन्होंने कहा, 'कृपया याद रखें कि मुख्यमंत्री ने अतीत में यह स्पष्ट किया है कि वह चाहेंगे कि तेजस्वी अगले चुनावों में नेतृत्व करें. युवा नेता 2020 में पहले ही अपनी क्षमता साबित कर चुके हैं, जब उन्होंने प्रचार अभियान का नेतृत्व किया था और महागठबंधन जीत के काफी करीब पहुंच गया था.''

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हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने दावा करते हुए कहा, ‘‘मैं नीतीश कुमार से कई साल छोटा हूं. मैं भी उनके सामने बच्चा हूं. इसलिए अगर वह तेजस्वी को बच्चा कहते हैं, तो कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जो लोग सोचते हैं कि यह उत्तराधिकार का संकेत है, उन्हें याद रखना चाहिए कि यह बिहार के लोगों को तय करना है. जनता ने अगली बार भाजपा सरकार चुनने का मन बना लिया है, क्योंकि लोग लालू और नीतीश को बहुत देख चुके हैं.''

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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