- बिहार में CM नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए विशेष रूप से 80 पिंक बसों को हरी झंड दिखाकर रवाना किया.
- इन पिंक बसों में ड्राइवर और कंडक्टर महिलाएं होंगी. महिलाओं की सुरक्षा के लिए 3 कैमरे लगाए गए हैं.
- महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए विशेष प्रबंध किए गए हैं, गर्भवती महिलाओं के लिए अलग सीट की व्यवस्था भी है.
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की महिलाओं को एक बड़ा तोहफा दिया है. उन्होंने महिलाओं के लिए विशेष रूप से चलाई जाने वाली 80 पिंक बसों को हरी झंडी दिखाई. इन बसों में ड्राइवर और कंडक्टर भी महिलाएं होंगी, जिससे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
ये कार्यक्रम सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर आयोजित किया गया, जहां उन्होंने 1,065 बसों में ई-टिकट सुविधा का भी उद्घाटन किया. इस पहल से बिहार के विभिन्न जिलों में महिलाओं के लिए यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने का प्रयास किया गया है. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी उपस्थित थे.
कितनी खास हैं पिंक बसें?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'आज बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की 1,065 बसों में ई-टिकटिंग सुविधा लागू करने का शुभारंभ किया और दूसरे चरण में नई 80 पिंक बसों का लोकार्पण भी किया.'
उन्होंने बताया, 'इन बसों में केवल महिलाएं ही यात्रा कर सकती हैं. इन पिंक बसों के परिचालन से महिलाओं का सफर ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक होगा और उन्हें आवागमन में काफी सहूलियत होगी. साथ ही ई-टिकटिंग की व्यवस्था से राज्य के लोगों को विभिन्न जगहों पर यात्रा करने में सुगमता होगी.'
बता दें कि बिहार में विशेष तौर पर महिलाओं के लिए पिंक बस चलाई जा रही है. इस बस में सभी तरह की सुविधाएं रहती हैं. बस में कंडक्टर के साथ-साथ कोशिश यह होती है कि इस बस का ड्राइवर भी महिला ही रहे, जिससे सुरक्षा बनी रहे.
तीन कैमरे, गर्भवती महिला के लिए अलग सीट
पिंक बस की कंडक्टर सविता कुमारी ने कहा, 'यह सरकार की अच्छी पहल है, इससे महिलाओं को काफी फायदा मिलेगा. बस में महिलाओं के लिए सुरक्षा का विशेष प्रबंध किया गया है. बस में मेडिकल सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है."
कंडक्टर पिंकी कुमारी ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए बस में तीन कैमरे लगाए गए हैं. दूरदराज जाने वाली महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. अगर बस में गर्भवती महिला सफर करती है तो उनके लिए अलग से सीट है, साथ ही कंडक्टर भी उनका विशेष ध्यान देंगी.
उन्होंने आगे बताया कि महिलाओं से सफर के दौरान फीडबैक भी लिया जाएगा, जिससे सुविधाओं में सुधार लाने में मदद मिलेगी. सभी बसें राज्य के विभिन्न जिलों में चलेंगी, जिन्हें कंट्रोल रूम से मॉनिटर किया जाएगा.