"पापा और मम्मी पैसे नहीं दे पा रहे थे. हर तरफ उनका नाम खराब हो रहा था. पापा-मम्मी के साथ हम लोग भी काफी परेशान थे,पापा लोन की किश्त नहीं भर पा रहे थे. इसलिए पापा ने रात में दो बजे सबको एक साथ जहर की गोली खिला दी." ये दर्द एक बेटी का है जिसने एक झटके में ही अपना पूरा परिवार खो दिया. घटना बिहार के बांका की है. इस घटना में तीन लोगों की मौत हो चुकी है.
इस घटना में बची कविता कुमारी (बदला हुआ नाम) ने बताया कि पिताजी और मां ने कहा मेरा नाम सब जगह खराब हो गया है मैं अब जी नहीं सकते. इसके बाद उन्होंने रात में एक साथ पहले मेरे दोनों भाइयों फिर मुझे और मां और बाद में खुद भी जहर खा लिया. मेरे छोटे भाई राकेश कुमार ने मुंह में लेने के बाद टिकिया उगल दिया.
भागलुपर किया गया रेफर
कन्हैया महतो की भाभी बीना देवी ने बताया कि कर्ज से परेशान होकर मेरे देवर और गोतनी ने अपने बच्चों के साथ रात में बंद कमरे में जहर खा लिया था. इसके बाद हमने उन्हें आनन-फानन में पास के अस्तपाल में भर्ती काराय. डॉक्टर ने चार लोगों की हालत को ज्यादा गंभीर देखकर उन्हें भागलपुर के लिए रेफर कर दिया है. डॉक्टरों के अनुसार तीन लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है.
कई बैंक से लिया गया था लोन
पीड़ित परिवार के एक परिजन ने बताया कि इन लोगों ने कई बैंक से लोन लिया हुआ था. लेकिन जब किश्त देने के बात आई तो परिवार के ऊपर बोझ बढ़ गया. लोन वाले बार बार परिवार पर दवाब बना रहे थे. इस वजह से इन लोगों ने ऐसा किया है.