- बिहार के पूर्व राज्य मंत्री राजबल्लभ यादव ने फिलहाल चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है
- नवादा में राजबल्लभ यादव तीन विशाल मंदिर बनाने और तीन किलोमीटर क्षेत्र का विकास करने की योजना बना रहे हैं
- राजबल्लभ यादव 14 अगस्त को जेल से रिहा हुए हैं, उन्हें 2016 में नाबालिग से रेप मामले में दोषी ठहराया गया था.
बिहार के पूर्व राज्य मंत्री राजबल्लभ यादव के पटना हाईकोर्ट से बरी होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वो बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे. राजद पर लगातार हमला करने की वजह से ये भी कहा जा रहा था कि वो एनडीए के किसी दल से मैदान में होंगे, लेकिन राजबल्लभ यादव ने खुद अब इन सारे कयासों पर विराम लगा दिया है. उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि वो फिलहाल चुनाव नहीं लड़ेंगे.
नवादा के पूर्व विधायक ने कहा कि हालांकि वो समाज सेवा का काम करते रहेंगे. राजबल्लभ यादव ने कहा कि मैं फिलहाल राजनीति में सक्रिय नहीं रहूंगा. जेल जाने के कारण जो काम छूट गया है, मंदिर, मस्जिद और गिरजाघर का, उसमें जुटना है. सहयोग करना है. बढ़िया से जानकारी हासिल करके, अपने को ठीक करेंगे, शांत करेंगे, किस धर्म में क्या है, यह सब समझेंगे, इसके बाद देखेंगे. खुद को ठीक करेंगे तब राजनीति में उतरने की सोचेंगे.
राजबल्लभ यादव ने कहा कि जेल जाने के पहले की जिंदगी काफी संघर्षपूर्ण थी. जेल से बाहर आने के बाद काफी तनावपूर्ण है. तनावपूर्ण इस मामले में कि बहुत सारी समस्याएं हैं. जेल में तो आनंद ही आनंद था. वहां तो किसी से सीधा संपर्क नहीं था. कोई समस्या नहीं आ रही थी. इसलिए बहुत चिंता नहीं करनी पड़ रही थी. बाहर में तो दूसरे की समस्या से पीड़ित हो जाते हैं.
तीन विशाल मंदिर बनाएंगे, तीन किलोमीटर क्षेत्र विकसित करेंगे- राजबल्लभ
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की इच्छा है कि इस इलाके में एक बड़ा मंदिर बनाया जाए. कोशिश करेंगे कि लोगों की इच्छा पूरी हो. देश और राज्य की प्राचीन मंदिरों की तरह मंदिर बनाने की हमारी इच्छा है. पत्थर से मंदिर बने, हालांकि हड़बड़ी में गोवर्द्धन मंदिर का निर्माण कराया गया.
राजबल्लभ ने कहा कि हम लोगों ने यहां बड़े-बड़े पत्थर काटने की मशीन लगाकर रखा था. मकराना से तीस कारीगरों को बुला गया था. मेरे जेल जाने के बाद भी महीनों तक कारीगर इंतजार करते रहे, पटना हाइकोर्ट से जमानत नहीं मिली, तब तक कारीगर यहां थे, लेकिन जब फिर जेल चले गए, तब कारीगरों को जाना पड़ा. अब फिर वो काम शुरू कराएंगे. इससे पहले गांव के लोगों की बैठक कराएंगे.
तीन बार विधायक और बिहार के पूर्व मंत्री रहे हैं राजबल्लभ
नवादा जिले के सदर प्रखंड के पत्थरा इंग्लिश गांव निवासी राजबल्लभ यादव का पत्थर खनन का पुश्तैनी काम रहा है. उनके प्रयास से नवादा शहर में दक्षिण भारत की शैली में भव्य गोवर्द्धन मंदिर का निर्माण कराया गया. राजबल्लभ यादव तीन बार विधायक निर्वाचित हुए हैं. पहली दफा 1995 में निर्दलीय, जबकि 2000 और 2015 में राष्ट्रीय जनता दल से विधायक निर्वाचित हुए थे. 2000 में वो बिहार के श्रम राज्य मंत्री भी बनाए गए गए थे.
साढ़े नौ साल बाद जेल से रिहा हुए राजबल्लभ
डेढ़ महीने पहले 14 अगस्त को राजबल्लभ यादव जेल से रिहा हुए हैं. रिहाई के बाद से ही वो लोगों से संवाद और धार्मिक यात्रा कर रहे हैं. दअरसल, 2016 में नाबालिग से रेप मामले में वो जेल गए थे. 2018 में सजायाप्ता हुए थे. इसके बाद राजबल्लभ की विधायकी चली गई थी. हालांकि 2020 में राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी नवादा विधानसभा सीट से निर्वाचित हुई. विभा देवी फिलहाल राजद की विधायक हैं, लेकिन बागी तेवर के कारण वो राजद से अलग-थलग हैं.