बिहार चुनाव 2025: धौरेया, बिहार की वो सीट जहां हर चुनाव में बदलता है सियासी समीकरण

राजनीतिक रूप से इस सीट पर कई उतार-चढ़ाव देखने को मिल चुकी है. कांग्रेस, CPI और JDU (समता पार्टी सहित) ने इसे पांच-पांच बार जीता है, जबकि RJD ने 2020 में पहली बार जीत दर्ज की.

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  • धौरेया विधानसभा क्षेत्र बांका जिले में स्थित अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित एक पूर्णतः ग्रामीण क्षेत्र है
  • 2011 की जनगणना के अनुसार धोरैया और रजौन की कुल जनसंख्या लगभग चार लाख सैंतालीस हजार थी
  • क्षेत्र की साक्षरता दर धोरैया में लगभग 46 प्रतिशत और रजौन में लगभग 50 प्रतिशत है
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धौरेया:

धौरेया विधानसभा क्षेत्र, बिहार के बांका जिले में स्थित एक अनुसूचित जाति (SC) की आरक्षित सीट है, जो बांका लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. यह क्षेत्र पूरी तरह ग्रामीण है. साल 2011 की जनगणना के अनुसार, धोरैया और रजौन की कुल जनसंख्या लगभग 4.37 लाख थी, जिसमें मुस्लिम मतदाता 18% और अनुसूचित जाति के मतदाता 13.56% थे. यहां की साक्षरता दर अपेक्षाकृत कम है, लेकिन मतदान में सक्रिय भागीदारी देखी जाती है. साल 2020 में यहां 61% मतदान हुआ था.

राजनीतिक रूप से इस सीट पर कई उतार-चढ़ाव देखने को मिल चुकी है. कांग्रेस, CPI और JDU (समता पार्टी सहित) ने इसे पांच-पांच बार जीता है, जबकि RJD ने 2020 में पहली बार जीत दर्ज की. भूदेव चौधरी, जो पहले JDU और समता पार्टी से विधायक रह चुके हैं, उन्होंने RJD के टिकट पर मनीष कुमार को हराया था. वहीं लोजपा के हस्तक्षेप ने JDU की संभावित जीत को प्रभावित किया. इस बार के विधानसभा चुनाव में धौरेया एक बार फिर राजनीतिक मुकाबले का केंद्र बनने जा रहा है, जहां महागठबंधन अपनी जीत दोहराने की कोशिश करेगा और NDA वापसी की उम्मीद लगाए बैठा है.

जनसंख्या और सामाजिक आंकड़े, 2011 की जनगणना के अनुसार:-

  • धोरैया की जनसंख्या: 2,39,762
  • रजौन की जनसंख्या: 1,97,601
  • लिंगानुपात: धोरैया में 909, रजौन में 907 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष
  • साक्षरता दर: रजौन में 50.72%, धोरैया में 46.94%

मतदाता और चुनावी रुझान

  • 2020 में पंजीकृत मतदाता: 2,96,749
  • अनुसूचित जाति मतदाता: 13.56%
  • मुस्लिम मतदाता: 18%
  • शहरी मतदाता: कोई नहीं
  • अब तक हुए 17 चुनावों में कांग्रेस, CPI और JDU (समता पार्टी सहित) ने 5-5 बार जीत दर्ज की है
  •  1969 में एक निर्दलीय उम्मीदवार विजयी हुआ था

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