बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान मटिहानी सीट के लिए भी राजनीतिक दलों के बीच सियासी घमासान तेज है. मटिहानी बेगूसराय के सात विधानसभा क्षेत्रों- चेरिया बरियारपुर, बछवाड़ा, तेघरा, मटिहानी, साहबपुर कमाल, बेगूसराय और बखरी (एससी) में से एक है. इस क्षेत्र का अपना ऐतिहासिक महत्व भी है. उत्तर बिहार के मिथिला क्षेत्र में स्थित यह क्षेत्र गुप्त वंश के काल में आर्थिक और प्रशासनिक केंद्र था. पाल वंश और मुगल काल में भी इसके अवशेष मिलते हैं.
प्रमुख मुद्दे क्या हैं?
- समय के साथ मटिहानी का महत्व कम हुआ और बेगूसराय जिला मुख्यालय आर्थिक हब बन गया.
- आज मटिहानी में सीमित वाणिज्यिक गतिविधियां हैं, लेकिन गंगा नदी से निकटता इसे कृषि प्रधान बनाती है.
- चावल, गेहूं और सब्जियां मुख्य फसलें हैं, हालांकि बाढ़ और सिंचाई की कमी चुनौतियां बनी हुई हैं.
- 2022 में स्वीकृत नए नदी पुल परियोजना के पूरा होने से अर्थव्यवस्था में उछाल की उम्मीद है.
राजनीतिक इतिहास
मटिहानी में आजादी के बाद पहली बार, 1957 के पहले आम चुनाव में बूथ कैप्चरिंग की घटना हुई थी, जिसने लोकतंत्र पर दाग लगा दिया था. राजनीतिक रूप से मटिहानी विधानसभा की स्थापना 1977 में हुई.
2008 के परिसीमन के बाद यह मटिहानी और शंभो-अखाकुरहा विकास खंडों, बेगूसराय प्रखंड की 19 ग्राम पंचायतों, बरौनी औद्योगिक नगर और बरौनी प्रखंड के चार ब्लॉकों को समाहित करती है.
शुरुआती दौर में यहां पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) का दबदबा रहा, जिसने सात में से पांच चुनाव जीते. कांग्रेस ने दो बार सफलता पाई. फिर नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह ने लगातार चार बार (दो बार निर्दलीय और दो बार जेडीयू के टिकट पर) जीत हासिल की.
2020 के चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के राजकुमार सिंह ने जेडीयू के नरेंद्र कुमार सिंह को महज 333 वोटों से हराकर सफलता हासिल की. राजकुमार को 61,364 वोट मिले थे. दिलचस्प यह है कि राजकुमार सिंह अब जेडीयू में शामिल हो चुके हैं.
2020 के चुनाव में वामपंथी मोर्चा (सीपीआई-एम) को आरजेडी-कांग्रेस का समर्थन था, जो एलजेपी से सिर्फ 765 वोट पीछे रही. शीर्ष तीन दलों के बीच कांटे की टक्कर थी, लेकिन एनडीए को मामूली बढ़त मिली.
वोटों का गणित क्या है?
मटिहानी की कुल जनसंख्या 5,96,290 है, जिसमें 3,14,749 पुरुष और 2,81,541 महिलाएं शामिल हैं. चुनाव आयोग की ताजा मतदाता सूची के अनुसार विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,64,329 वोटर्स हैं, जिनमें 1,92,000 पुरुष, 1,72,327 महिलाएं और 2 थर्ड जेंडर शामिल हैं.
इस बार माहौल क्या है?
मटिहानी विधानसभा बेगूसराय जिले की हॉट सीट बन चुकी है. बोगो सिंह एक बार फिर से सक्रिय हैं. 2020 में एलजेपी के टिकट पर जीते राजकुमार सिंह खुद जेडीयू में शामिल हो चुके हैं. यहां पर करीब एक चौथाई वोटर भूमिहार जाति से हैं, ऐसे में जातिगत समीकरण भी यहां काम करते हैं. वोटरों में ऐतिहासिक रूप से वामपंथी विचारधारा और व्यक्तिगत निष्ठा का मिला-जुला रूप दिखता है.