- सर्दियों में बैटरी की केमिकल रिएक्शन स्लो हो जाता है, जिससे इंजन स्टार्ट करने में ज्यादा पावर चाहिए होती है
- सुबह कार को चलाने से पहले केवल एक मिनट तक स्टार्ट छोड़कर धीरे-धीरे चलाना चाहिए ताकि इंजन के हिस्से गर्म हों
- कोहरे में हेडलाइट्स, फॉग लैंप्स और इंडिकेटर्स की नियमित सफाई जरूरी होती है ताकि विजिबिलिटी बनी रहे
Winter Car Tips: भारत के कई शहरों में ठंड का टॉर्चर शुरू हो चुका है. जैसे कड़ाके की ठंड का असर हमारी सेहत पर पड़ता है, ठीक वैसे ही आपकी कार को भी इस मौसम में एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है. अमूमन देखा गया है कि सर्दियों में सुबह-सुबह गाड़ियां स्टार्ट होने में नखरे करती हैं या चलते-चलते बीच रास्ते में जवाब दे देती हैं. ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपकी कार इस सर्दी में आपका साथ न छोड़े तो इस खबर में बताए गए आसान बातों का खास ख्याल रखें.
बैटरी की जांच सबसे जरूरी
सर्दियों में बैटरी के अंदर होने वाली केमिकल रिएक्शन स्लो हो जाता है, जिससे उसे इंजन स्टार्ट करने के लिए ज्यादा पावर लगानी पड़ती है.इसलिए अगर आपकी बैटरी कई साल पुरानी है तो उसे चेक करा लें. इसके अलावा आप घर पर बैटरी के टर्मिनल पर जमी गंदगी को गरम पानी से साफ कर सकते हैं.
सही कूलेंट का यूज
कई लोग रेडिएटर में सिर्फ पानी डाल देते हैं, जो भारी ठंड में जम सकता है, जिससे इंजन को भारी नुकसान पहुंचता है. ध्यान रखें कि कूलेंट और पानी का रेश्यो 50:50 हो. इससे इंजन की गर्मी मेंनटेन रहती है और पाइप्स में लिक्विड जमता नहीं है.
टायर प्रेशर का रखें ध्यान
तापमान गिरने के साथ ही टायरों के अंदर की हवा का प्रेशर भी कम हो जाता है. कम प्रेशर वाली गाड़ी चलाने से माइलेज तो कम होता ही है साथ ही टायर भी जल्दी घिस जाते हैं. इसलिए हफ्ते में कम से कम एक बार टायर प्रेशर जरूर चेक करवाएं. सर्दियों में टायर की ग्रिप भी कम हो सकती है इसलिए घिसे हुए टायरों को सेफ्टी को देखते हुए बदलवा लें.
इंजन को वार्म-अप करने का सही तरीका
सुबह के समय जब आप पहली बार कार का इस्तेमाल कर रहे हैं तो कार स्टार्ट करने के बाद सिर्फ 30 से 60 सेकंड के लिए स्टार्ट ही छोड़ दें. इसके बाद फिर स्लो स्पीड से चलना शुरू करें. इससे इंजन के सभी हिस्सों में तेल पहुंच जाता है और वह जल्दी गर्म होता है.
लाइट्स और वाइपर्स की सफाई
कोहरे में अगर लाइट कमजोर है तो समझो आप अंधेरे में तीर चला रहे हैं. इसलिए अपनी हेडलाइट्स, फॉग लैंप्स और इंडिकेटर्स को रोज साफ करें. वाइपर ब्लेड्स अगर आवाज कर रहे हैं तो उन्हें बदल लें ताकि ओस और धुंध में शीशा साफ रहे.














