
Kundali shubh yog : कुंडली में कई शुभ योग बनते हैं. इनमें से एक महत्वपूर्ण योग है राजयोग. अगर आपकी कुंडली में राजयोग बन रहा है तो इसका मतलब है कि आपका जीवन सुख और समृद्धि के साथ व्यतीत होगा. इस योग के प्रभाव से जातक राजा के समान जीवन जीता है. जातक को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. सुख और समृद्धि हासिल होती है. कुंडली में कई तरह के राजयोग बनते हैं. जिसकी कुंडली में जितने ज्यादा राजयोग बनेंगे, वह जातक उतना ही भाग्यशाली होगा.
कैसे बनता है राजयोग
कुंडली में तीन या उससे ज्यादा ग्रह स्वराशि में या उच्च राशि में हों, तब राजयोग बनता है. राजयोग बनने में शुभ ग्रहों के संयोग और कुंडली में उसकी स्थिति का महत्वपूर्ण स्थान होता है. इसी तरह चंद्रमा अगर केंद्र में स्थित हों और उसपर गुरु की दृष्टि पड़ रही हो, तो राजयोग बनता है. इसी तरह कई अन्य ग्रह स्थितियों में भी राजयोग बनता है. राजयोग के भी कई प्रकार होते हैं. इनमें महाभाग्य राजयोग काफी महत्वपूर्ण होता है. इस योग के प्रभाव से जातक को भाग्य का पूरा साथ मिलता है. हालांकि इसके अलावा गजकेसरी योग, अमला योग और पंच महापुरुष योग भी इनमें से ही एक होते हैं.
राजयोग के सकारात्मक प्रभाव
कुंडली में अगर राजयोग बन रहा है तो इसके सकारात्मक प्रभाव ही देखने को मिलते हैं. जातक को धन-संपत्ति की कमी नहीं होती. यही नहीं उसमें नेतृत्व क्षमता भी होती है. इन जातकों का ज्ञान भी उच्च दर्जे का होता है. इनमें आध्यात्मिकता भी देखने को मिलती है. कुंडली में राजयोग का प्रभाव जितना मजबूत होगा, जातक उतना ही भाग्यशाली और आर्थिक रूप से समृद्ध होता है.
राजयोग के नकारात्मक प्रभाव
कुंडली में राजयोग के सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं. हालांकि कुछ परिस्थितियों इसके नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलते हैं. कुंडली में राजयोग सकारात्मक है या नकारात्मक और उसकी नकारात्मकता प्रभाव कैसा होगा, यह ग्रह की स्थितियों पर विचार करने के बाद पता लगाया जा सकता है. अगर शुभ ग्रहों की अशुभ ग्रहों के साथ युति हो, तो इस योग के प्रभाव कम हो सकते हैं. कई बार जातक में अहंकार भी हो सकता है.