
Horoscope: कुंडली के बारहवें भाव में राहु का बेहतर प्रभाव देखने को मिलता है. राहु जीवन में खुशियां लाते हैं. 12वें भाव को खर्च का भाव भी माना जाता है. राहु के प्रभाव से जातक को कई तरह के मानसिक बदलावों का भी सामना करना पड़ सकता है। राहु के प्रभाव से जातक को विदेश में रहने का भी मौका मिलता है. कुंडली में राहु अगर अशुभ स्थिति में हों, तो जातक को मानसिक तनाव के साथ ही आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है. हालांकि राहु के प्रभाव (Rahu Effects) से जातक परोपकारी होता है. राहु के प्रभाव से जातक के जन्मभूमि से दूर जाने पर सफलता मिलेगी. राहु के प्रभाव से अभी आपके खर्चे भी खूब होंगे.
राहु के सकारात्मक प्रभाव
राहु के सकारात्मक प्रभाव से आपको विदेश में सफलता मिल सकती है. जातक का आध्यात्मिक विकास भी हो सकता है. राहु के प्रभाव से जातक उदार और महत्वाकांक्षी होता है. वे अपनी मेहनत के बल पर सुखी जीवन व्यतीत करते हैं. राहु के प्रभाव से शत्रु भी आपके सामने नहीं टिकेंगे. वैसे स्वभाव से ये काफी मिलनसार होते हैं.
राहु के नकारात्मक प्रभाव
राहु के नकारात्मक प्रभाव की बात करें तो राहु के प्रभाव से आपको अनिद्रा से जुड़ी परेशानी हो सकती है. कर्ज से जुड़ी परेशानी भी हो सकती है. बारहवें भाव में राहु जातक को सांसारिक मामलों से भी अलग कर देता है. राहु के नकारात्मक प्रभाव से व्यक्ति खुद को भी नुकसान पहुंचाता है. राहु के प्रभाव से मानसिक परेशानी भी हो सकती है. इस भाव में राहु के प्रभाव से जातक गलत कार्यों पर भी खर्च कर सकता है.
वैवाहिक जीवन पर प्रभाव
कुंडली के बारहवें भाव में राहु के वैवाहिक जीवन पर प्रभाव की बात करें, तो वैवाहिक जीवन में तनाव का सामना करना पड़ सकता है. राहु के प्रभाव से जातक अक्सर कल्पनाओं में डूबा रहता है.
करियर पर प्रभाव
राहु के करियर पर प्रभाव की बात करें, तो जातक आध्यात्मिक और साइकोलॉजिकल क्षेत्र में काम करने को इच्छुक होता है. वेद और शास्त्रों में भी उनकी रुचि देखने को मिलती है. जातक को किसी पब्लिक ऑर्गेनाइजेशन के माध्यम से भी लाभ हो सकता है. ऐसे लोगों में कुछ अलग करने की इच्छा भी होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)