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चंद्रमा का कुंडली के बारहवें भाव में कैसा होता है प्रभाव, जानिए कुछ खास बातें

कुंडली के बारहवें भाव में चंद्रमा का वैवाहिक जीवन पर भी प्रभाव देखने को मिलता है. जातक का वैवाहिक जीवन संतोषप्रद नहीं होता.

Edited by Updated : November 27, 2024 6:20 AM IST
चंद्रमा का कुंडली के बारहवें भाव में कैसा होता है प्रभाव, जानिए कुछ खास बातें
इस भाव में चंद्रमा के सकारात्मक प्रभाव ज्यादा देखने को नहीं मिलते.
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Astrology: कुंडली के बारहवें भाव में चंद्रमा के प्रभाव से व्यक्ति को भीड़-भाड़ में रहना पसंद नहीं होता, यानी वह एकांत प्रिय होता है. जातक मृदुभाषी और चिंतनशील होता है. हालांकि, उसमें क्रोध की अधिकता भी देखने को मिलती है. वैसे चंद्रमा कुंडली के हर भाव में अच्छे होते हैं और हर ग्रहों के साथ उनकी अनुकूलता होती है, लेकिन विपरीत ग्रहों के प्रभाव में परिणाम नकारात्मक हो सकता है. बारहवें भाव को खर्च का भाव भी माना जाता है. यह भाव चिंता, गुप्त रोग, विदेश यात्रा, गूढ़ विद्या आदि का भी कारक होता है. आमतौर पर इस भाव को शुभ प्रभाव के लिए नहीं जाता, ऐसे में कुछ विपरीत प्रभावों का भी सामना करना पड़ सकता है.

चंद्रमा के सकारात्मक प्रभाव

इस भाव में चंद्रमा के सकारात्मक प्रभाव ज्यादा देखने को नहीं मिलते. हालांकि, जातक को इस बात का खास ध्यान रखना होगा कि अगर वे दूसरों से अपने लिए अच्छे व्यवहार की उम्मीद करते हैं, उन्हें भी दूसरों के साथ उसी तरह का व्यवहार करना होगा. चंद्रमा के प्रभाव से व्यक्ति दूसरों की सहायता के लिए भी प्रेरित होता है. इनका अपने परिवार और करीबी लोगों के साथ भावनात्मक जुड़ाव होता है. हालांकि, कई बार इसका नुकसान भी हो सकता है.

चंद्रमा के नकारात्मक प्रभाव

चंद्रमा के नकारात्मक प्रभाव की बात करें तो इस भाव में चंद्रमा आपकी आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव डालते हैं. धन की हानि के कारण मानसिक तनाव जैसी समस्या हो सकती है. इसके साथ ही जातक को नशे की लत हो सकती है. इनके विरोधी भी इन पर हावी हो सकते हैं. इस भाव में चंद्रमा का आपकी सेहत पर भी प्रभाव देखने को मिलता है. ग्रह के प्रभाव से आंख, और कफ संबंधी परेशानी हो सकती है.

वैवाहिक जीवन पर प्रभाव

कुंडली के बारहवें भाव में चंद्रमा का वैवाहिक जीवन पर भी प्रभाव देखने को मिलता है. जातक का वैवाहिक जीवन संतोषप्रद नहीं होता. वैवाहिक जीवन में रोमांस में भी कमी देखने को मिलती है. ऐसे में इन्हें विलंब से संतान सुख मिलता है. इसके बाद भी उनकी पढ़ाई और विवाह को लेकर परेशानी देखने को मिल सकती है. जातक को अपने जीवन में धैर्य रखने की जरूरत होगी. वैवाहिक जीवन में असंतोष के कारण विवाहेत्तर संबंध भी हो सकते हैं.

करियर पर प्रभाव

इस भाव में चंद्रमा के प्रभाव के कारण आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है. जातक को धन संबंधी परेशानी होगी साथ ही आय भी कम हो सकती है. व्यवासायिक मामलों की इन्हें ज्यादा जानकारी नहीं होती, ऐसे में इन्हें इन मामलों से दूर रहने की सलाह दी जाती है. खर्चों को लेकर भी इन्हें चिंता हो सकती है. इतना ही नहीं आपको विदेश यात्रा का भी मौका मिल सकता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)